राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फर्जी डिग्री बांटे जाने के मामले मेें गुरुवार को हापुड़ की मोनाड यूनिवर्सिटी व उन्नाव स्थित सरस्वती मेडिकल कालेज समेत 16 ठिकानों पर छापेमारी की। इनमें लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा के अलावा दिल्ली व हरियाणा में सोनीपत व फरीदाबाद स्थित ठिकाने भी शामिल रहे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सूत्रों के अनुसार ईडी अधिकारियों ने लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार में सरस्वती मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल अखिलेश मौर्य के आवास को भी खंगाला। छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज व इलेक्ट्रानिक उपकरण कब्जे में लिए गए हैं। कई फर्जी डिग्री के अलावा बेनामी संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज भी कब्जे में लिए गए हैं।
ईडी के लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय की टीमों ने सभी ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ईडी बरामद दस्तावेजों के आधार पर आगे की छानबीन कर रहा है। छापेमारी के दौरान यूनिवर्सिटी व मेडिकल कालेज के कई कर्मचारियों से पूछताछ भी की गई।
एसटीएफ (एसटीएफ) ने लाखों रुपये लेकर युवकों को बीए, एमए, बीएड, एलएलबी, फार्मासिस्ट, बीटेक व अन्य व्यवसायिक कोर्स की फर्जी डिग्री उपलब्ध कराए जाने के मामले में 18 मई को मोनाड यूनिवर्सिटी के चेयरमैन चौधरी विजेंद्र सिंह उर्फ विजेंद्र सिंह हुड्डा समेत 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया था।
मोनाड यूनिवर्सिटी परिसर से 1372 फर्जी डिग्री व मार्कशीट व अन्य दस्तावेज बरामद किए थे। आरोपित विजेंद्र सिंह हुड्डा इससे पूर्व बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले का भी आरोपित रहा है। ईओडब्ल्यू ने उसके विरुद्ध पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित कराया था।
विजेंद्र सिंह बसपा के टिकट पर हापुड़ से पिछला लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। वह बाइक बोट घोटले के मुख्य आरोपित बसपा नेता संजय भाटी का बेहद करीबी रहा है। ईडी ने मामले में बीते दिनों मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
ईडी सूत्रों के अनुसार विजेंद्र सिंह सरस्वती मेडिकल कालेज के चेयरमैन सुधीर गिरी का पार्टनर भी है। दोनों मिलकर मेरठ में एक शैक्षणिक संस्थान का संचालन भी कर रहे थे। ईडी सरस्वती मेडिकल कालेज से भी फर्जी डिग्री जारी किए जाने को लेकर भी पड़ताल कर रहा है। |