राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा अब युवाओं को जोड़ने के लिए विजन इंडिया अभियान शुरू करने जा रही है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। कहा कि विजन इंडिया को न्यू इंडिया के निर्माण के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ाया जाएगा। न्यू इंडिया, जो प्रगतिशील है और पुरातन पंथी नहीं। युवा भारत प्रगति पंथी है और हमारी लड़ाई पुरातन पंथियों है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सोच डिवीजन वाली है और हमारी विजन वाली। डिवीजन वालों से लड़ने के लिए विजन चाहिए। डबल इंजन वाली सरकारें भावनाओं से खिलवाड़ कर काम चला रही हैं, विकास नहीं चाहती है।
पार्टी मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में सपा प्रमुख ने कहा कि 16 नवंबर को बेंगलुरु में स्टार्टअप समिट के साथ इसकी शुरुआत होगी। आगे अन्य जगहों पर अलग-अलग विषयों पर कार्यक्रम होंगे। न्यू इंडिया का हमारा मतलब है कि वैज्ञानिक नजरिया रखने वाला इंडिया।
डिवीजन की निगेटिव सोच का मुकाबला हम विजन से कर रहे हैं, क्योंकि नई पीढ़ी की सोच अलग है। नई पीढ़ी दुनिया भर को न केवल अनुभव करना चाहती है, बल्कि गले भी लगाना चाहती है। नई पीढ़ी में हर धर्म, पंथ, विचार, विचारधारा के लिए सहनशीलता होती है।
नई पीढ़ी, सांप्रदायिकता को समाज के लिए खतरा मानती है। इसलिए विजन इंडिया और न्यू इंडिया के आधार पर हम लोग काम करने जा रहे हैं। उन्होंने अपनी सरकार के समय कराए गए कार्यों और बनाई गई योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी युवाओं के साथ विजन डाक्यूमेंट साझा करेगी, न्याय के राज की स्थापना के लिए अपनी प्रतिबद्धता बताएगी।
बिहार में एनडीए की हार का दावा
सपा प्रमुख ने बिहार विधानसभा चुनाव के एनडीए की हार का दावा किया। उन्होंने कहा कि पहले चरण में आधा चुनाव हुआ था, परंतु पूरा फैसला हो गया था। एनडीए वहां बुरी तरह पराजित हो रहा है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिल्ली में कार धमाके की घटना की निंदा की है। उन्होंने सरकार से दोषियों की पहचान और कड़ी कार्रवाई की मांग के साथ खुफिया एजेंसियों के फेलियर को लेकर भी प्रश्न खड़ा किया है।
दिल्ली धमाके के पीछे फेलियर का भी पता लगाए सरकार
सपा प्रमुख ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री जी ने कहा है कि इस षड्यंत्र का पर्दाफाश किया जाएगा। जो भी इसके पीछे है, उसके ऊपर कड़ी कार्रवाई होगी। देश की राजधानी में उस जगह हमला होना, जो देश की आजादी का प्रतीक है और जहां से प्रधानमंत्री संदेश देते हैं। वहां घटना होना निंदनीय है। पूरा देश चाहता है कि आतंकवाद खत्म हो। इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों। जो एजेंसी काम कर रही हैं, हमें उन पर भरोसा करना पड़ेगा। साथ में भी पता करना चाहिए कि आखिरकार फेलियर कहां हैं? इसके पीछे कौन था? |