कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय इस्माईलपुर में छात्राओं के साथ खाना खाते बीएसए सचिन कसाना। सौ. शिक्षा विभाग
जागरण संवाददाता, बिजनौर। बीएसए सचिन कसाना ने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय इस्माईलपुर का मंगलवार को निरीक्षण किया। निरीक्षण में कक्षा आठ की छात्राएं मैं कल दिल्ली जाऊंगी का अंग्रेजी में अनुवाद नहीं कर सकीं। इस दौरान दो शिक्षिकाएं अनुपस्थित थीं, तो पांच के आने जाने की कोई जानकारी अंकित न थी। शौचालय के दरवाजे टूटे मिले। बीएसए ने दोनों अनुपस्थित शिक्षिकाओं का एक-एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बीएसए ने निरीक्षण के दौरान जलीलपुर ब्लाक स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में शिक्षिकाओं के उपस्थिति रजिस्टर का अवलोकन किया। पूर्णकालिक शिक्षिका प्रियंका व लीला स्कूल से अनुपस्थित थीं। रजिस्टर में 132 छात्राओं की उपस्थिति अंकित थीं, जबकि वहां 127 छात्राएं ही थीं।
शिक्षिकाओं व छात्राओं के आने-जाने का कोई रिकार्ड कई दिन से नहीं रखा गया था। शौचालय के दरवाजे और फर्श टूटे हुए मिले। कक्षा नौ की छात्राओं की विज्ञान विषय की कापी में कार्य शिक्षिका लीला ने गाइड से कार्य कराया हुआ था। छात्राओं की शैक्षिक योग्यता भी कक्षा के अनुसार निम्न मिली।
कक्षा आठ की छात्राओं ने वह जाता है, वह खाता है, का अंग्रेजी अनुवाद तो कर दिया लेकिन मैं कल दिल्ली जाऊंगी का अंग्रेजी अनुवाद नहीं कर सकीं। साथ ही शिक्षिकाएं अपने पढ़ाए जा रहे चैप्टर का नाम व पढ़ाई से जुड़ी अन्य बातें भी नहीं बता सकीं। बीएसए ने छात्राओं के साथ खाना खाया। खाने की गणवत्ता संतोषजनक मिली। बीएसए ने कार्रवाई करते हुए दोनों अनुपस्थित शिक्षिकाओं का एक एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। |