दैनिक जागरण की झारखंड गौरव यात्रा के दौरान जमशेदपुर में लोक कलाकार।
जागरण नेटवर्क, जमशेदपुर/ आदित्यपुर/ गम्हरिया/ घाटशिला/ बहरागोड़ा/चाकुलिया। झारखंड के रजत जयंती वर्ष ने कोल्हान की फीजा को ऐतिहासिक बना दिया, जब दैनिक जागरण के आह्वान पर लोगों की भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ी। यह केवल एक यात्रा नहीं थी, बल्कि झारखंड की आत्मा, संस्कृति और सामूहिक गर्व का जीवंत उत्सव था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
संस्कृति का इंद्रधनुष : छऊ, फिरकाल और गतका ने बांधा समां जुबिली पार्क के द्वार पर नगाड़ों की गगनभेदी थाप गूंजी, तो मानो झारखंड की मिट्टी बोल उठी। ईचागढ़ और नीमडीह के छऊ कलाकारों ने विशाल मुखौटों के साथ पौराणिक गाथाओं को जीवंत किया। हरिणा के फिरकाल योद्धाओं ने अपनी प्राचीन युद्धकला से रोमांच का संचार किया। गतका दल के नौजवानों ने शौर्य और आस्था का अनूठा संगम प्रस्तुत किया। 70 वर्षीय विमला देवी अपनी पोती का हाथ थामे बोलीं- आज लगा कि हमारी संस्कृति सचमुच अमर है।
विकास का सारथी : झारखंड के सफर के साथ जागरण की कलम यह यात्रा राज्य के 25 वर्षों की गाथा थी। दैनिक जागरण की निरंतर सारथी यात्रा का भी उत्सव थी, जिसने झारखंड के हर उत्थान-पतन को शब्द दिए हैं। जब राज्य ने चलना सीखा, तो जागरण ने उसकी राह रोशन की। संकट आया, तो उसने प्रहरी बनकर जनमत को दिशा दी। जैसे ही कारवां आगे बढ़ा, पूरा जमशेदपुर उसके स्वागत में उमड़ पड़ा। मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल, एडीएल सनशाइन, करीम सिटी कॉलेज, अर्का जैन यूनिवर्सिटी, को-ऑपरेटिव कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने उत्सव को ऊर्जा दी।
बच्चों की बैंड पर पुष्पवर्षा, स्कूलों ने स्वागत द्वार सजाए विधायक सरयू राय, नीरज सिंह, गुरविंदर सिंह पन्नू, सूरज भदानी जैसे नागरिकों की उपस्थिति ने आयोजन को भव्य बना दिया। बिष्टुपुर में श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल के बच्चों की बैंड पर पुष्पवर्षा हुई, कदमा और सोनारी में स्कूलों ने स्वागत द्वार सजाए। गोलमुरी और टेल्को से होते हुए यात्रा जब साकची पहुंची, तो धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर यह अध्याय गरिमामय समापन तक पहुंचा।
गम्हरिया ने पुष्पवर्षा से गौरव यात्रा का स्वागत
बुधवार की सुबह, झारखंड गौरव यात्रा जब गम्हरिया पहुंची तो लाल बिल्डिंग चौक पुष्पवर्षा से महक उठा। गम्हरिया इंग्लिश स्कूल और श्री राम डिवाइन एकेडमी के छात्रों ने माला पहनाकर यात्रा दल का अभिनंदन किया। निदेशक सुब्रतो रॉय, प्रशासक रीमा बनर्जी, सचिव शिप्रा पॉल और प्राचार्या किरण चोली के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने यात्रा के उद्देश्य “राज्य के विकास में जनभागीदारी” का संदेश दिया।
आदित्यपुर में झारखंड गौरव यात्रा में पार्षद रंजन सिंह का स्वागत करते शिक्षक प्रमोद कुमार।
चाकुलिया में ढोल-नगाड़ों संग गूंजा जय झारखंड
पूर्वी सिंहभूम के औद्योगिक नगर चाकुलिया में गुरुवार को यात्रा का भव्य स्वागत हुआ। जुगीपाड़ा रंकिनी मंदिर के पास डॉ. शालिनी मिश्रा ने मशाल थामी, जबकि बिहार-यूपी जागरण मंच के दिनेश सिंह और मारवाड़ी युवा मंच के विवेकानंद लोधा साथ चले। धर्मशाला मोड़ पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य कमलकांत प्रमाणिक के नेतृत्व में सैकड़ों विद्यार्थियों ने तिरंगा लहराकर फूलों की वर्षा की। पूरा वातावरण भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों से गूंज उठा। यात्रा आगे मनोहर लाल प्लस टू विद्यालय पहुंची, जहां हजारों छात्रों ने जोशो-खरोश से स्वागत किया।
बहरागोड़ा में उमड़ा जनसैलाब, पुष्पों से सजी राहें
चाकुलिया से निकलकर जैसे ही यात्रा बहरागोड़ा पहुंची, चौक-चौराहे लोगों की भीड़ से भर गए। बहरागोड़ा प्लस टू विद्यालय में छात्रों ने बैंड की धुन पर पुष्पवर्षा की। प्रधानाध्यापक कमलेश कुमार शीट ने मशाल थामकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण ने राज्य के गौरव को जन-जन तक पहुंचाने का जो बीड़ा उठाया है, वह अद्भुत है।
मुख्य बाजार में युवा मंच बहरागोड़ा ने पुष्पवर्षा से स्वागत किया। पूर्व मंत्री डॉ. दिनेश कुमार षाड़ंगी ने मशाल थामकर कहा कि गांव से लेकर शहर तक झारखंड गौरव का यह उत्सव हमारी अस्मिता की पहचान है।
गौरव यात्रा के स्वागत में चाकुलिया में सड़क किनारे खड़े विद्यार्थी।
लक्ष्मीनारायण गोला समिति का अभिनंदन
नेताजी सुभाष शिशु उद्यान में लक्ष्मीनारायण गोला समिति द्वारा तिरंगा लहराकर यात्रा का स्वागत हुआ। पूर्व मंत्री डॉ. दिनेश षाड़ंगी ने कहा कि यह यात्रा झारखंड की संस्कृति और विरासत को सहेजने का प्रयास है।
मानुषमुड़िया में मुखिया के नेतृत्व में हुआ स्वागत
यात्रा जब मानुषमुड़िया बाजार पहुंची, तो महावीर मंदिर के समीप पंचायत मुखिया राम मुर्मू और समिति सदस्य शुभ्रारानी महापात्रा ने मशाल थामकर स्वागत किया। मुखिया मुर्मू ने कहा कि झारखंड का निर्माण संघर्षों की आग में तपकर हुआ है। आज 25 वर्षों बाद जागरण इस गौरव को जन-जन तक पहुंचा रहा है, यह गर्व की बात है।
घाटशिला में गौरव यात्रा के स्वागत में खड़े विद्यार्थी। |