LG वीके सक्सेना ने सजा को बरकरार रखा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नगर निगम के दो पूर्व शिक्षकों की अपील को खारिज करते हुए उन पर लगाई गई सजा को बरकरार रखा है। दोनों मामलों में एमसीडी आयुक्त द्वारा अलग-अलग कार्रवाई की गई थी। एक शिक्षक को सेवा से हटाने और दूसरे को बर्खास्त करने की सजा दी गई थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पहले मामले में पूर्व शिक्षक नरेश कुमार मीणा पर स्कूल के धन का गबन करने का आरोप साबित हुआ। वर्ष 2019-20 में करोलबाग स्थित चुना मनी के एमसीडी प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत रहते हुए उन्होंने 6,16,962 नकद निकालकर स्कूल फंड में हेराफेरी की। जांच में यह भी सामने आया कि उन्होंने दूसरे शिक्षक के हस्ताक्षर फर्जी बनाए थे।
मामले की गंभीरता देखते हुए एमसीडी आयुक्त ने 4 जून 2025 को उन्हें सेवा से हटाने की सजा दी थी। दूसरे मामले में पूर्व शिक्षक बीबीआर पाटिल को चोरी के मामले में दोषी पाए जाने पर 28 अगस्त 2024 को सेवा से बर्खास्त किया गया। पाटिल को 2017 में देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस में चोरी के आरोप में अदालत ने दोषी ठहराया था।
यह बेहद चिंताजनक बात - उपराज्यपाल
उपराज्यपाल सक्सेना ने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि शिक्षक जैसे पदों पर बैठे लोग नैतिक पतन और अनुशासनहीनता में लिप्त पाए गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई जरूरी है ताकि सरकारी सेवाओं की गरिमा बनी रहे। |