जागरण संवाददाता, नोएडा। शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। एक्यूआइ गंभीर श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है। इस बीच प्रशासन और परिवहन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद वाणिज्यिक वाहनों की लापरवाही प्रदूषण संकट को और गहरा कर रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जानकारी के अनुसार, जिले में करीब 10 हजार वाणिज्यिक वाहन ऐसे हैं जिनका फिटनेस परीक्षण लंबे समय से नहीं कराया गया है। परिवहन विभाग ने इन्हें खटारा वाहन घोषित कर रखा है, बावजूद इसके ये वाहन सड़कों पर धुआं उगलते हुए दौड़ रहे हैं। विभाग ने सभी वाहन मालिकों को नोटिस जारी कर चेतावनी दी है ।
वहीं, प्रदूषण नियंत्रण के तहत प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समय में वाहन फिटनेस नहीं कराई गई, तो वाहन जब्त किए जाएंगे। इसके लिए विशेष जांच टीमों का गठन किया है। इन टीमों को निर्देश दिया गया है कि शहर भर में जांच अभियान चलाकर अनफिट और खटारा वाहनों पर तत्काल कार्रवाई करें।
आरटीओ प्रवर्तन गाजियाबाद की ओर से नोएडा एआरटीओ प्रवर्तन के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वाहनों की जांच की जाए और जिन भी वाहनों में खामियां पाई जाती हैं उनपर कार्रवाई की जाए। संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन डा. सियाराम वर्मा ने कहा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जो वाहन चालक इन नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उनपर कार्रवाई की जा रही है। |
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