जागरण संवाददाता, कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के चिकित्सक की पत्नी से रेलवे कर्मी ने ट्रेन में मारपीट की। आरोप है कि उसने बाल पकड़कर खींचा और गला दबाकर जान से मारने का भी किया प्रयास किया। आसपास बैठे यात्रियों ने उन्हें बचाया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पीड़िता ने जीआरपी को तहरीर दी लेकिन उन्होंने महिला आरक्षी के न होने का हवाला देकर मेडिकल तक नहीं कराया। हालांकि जीआरपी इंस्पेक्टर का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मेडिकल कालेज में चिकित्सक शारदा नगर निवासी डा. भावेश कुमार ने बताया कि पत्नी प्रियंका शर्मा लखनऊ में केजीएमयू से पीएचडी कर रही हैं। शुक्रवार शाम वह लखनऊ से इंटरसिटी एसएफ एक्सप्रेस-12179 से कानपुर आ रही थीं। इसीबीच रेलवे कर्मी का एक परिवार पत्नी के पास बैठने का प्रयास करने लगा।
कर्मी की मां, पिता और दो बहनें थीं। उसकी मां जबरन बैठीं तो पत्नी का हाथ अन्य व्यक्ति से टकराने लगा। पत्नी के विरोध पर वह गालीगलौज करने लगी। तभी रेलवे कर्मी ने पत्नी को थप्पड़ मारे और सीट से उनका सिर भिड़ाकर गला दबा जान से मारने का प्रयास किया। पूरा परिवार पत्नी से मारपीट करने लगा।
तब तक कानपुर सेंट्रल पर ट्रेन पहुंच गई। पत्नी के शोर मचाने पर वे लोग भागने लगे लेकिन कुछ यात्रियों की मदद से मां-बेटे को पकड़ लिया गया। डा. भावेश ने बताया कि वह भी पहुंच गए और जीआरपी थाने में शिकायत की लेकिन वहां महिला आरक्षी के न होने का हवाला देकर मेडिकल कराने में आनाकानी की गई।
डा. भावेश ने बताया कि उनसे तहरीर तो ले ली गई लेकिन पत्नी का मेडिकल नहीं कराया गया। इस संबंध में जीआरपी इंस्पेक्टर ओम नारायण सिंह ने बताया कि डाक्टर की पत्नी ने जो तहरीर दी है, उसके आधार पर मारपीट और गालीगलौज की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। महिला आरक्षी के न होने की बात व आरोपितों के पकड़े जाने की बात गलत है। |