मुंब्रा रेल हादसा वेल्डिंग की लापरवाही से हुई थी दुर्घटना (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई के उपनगर मुंब्रा में नौ जून को हुई ट्रेन दुर्घटना की जांच में सामने आया है कि हादसे से चार दिन पहले रेलवे कर्मचारियों ने पटरियों के एक हिस्से को बदला था, लेकिन उसकी वे¨ल्डग ठीक से नहीं की गई थी। इसके चलते यह हादसा हुआ। इस आशय की जानकारी पुलिस ने दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आरोपित कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, असमतल पटरियों की वजह से उस लाइन पर चल रही ट्रेन समानांतर लाइन की ओर झुक गई और कई यात्री गिर पड़े। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी।
कहां पर घटी घटना
इसमें कहा गया है कि संबंधित रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों को इस बात का अंदाजा था कि प्रतिस्थापित ट्रैक को जोड़ा (वेल्ड) नहीं किया गया था। यह घटना पड़ोसी ठाणे जिले के दिवा और मुंब्रा रेलवे स्टेशनों के बीच उस समय घटी, जब दो ट्रेन एक तीव्र मोड़ पर एक-दूसरे को पार कर रही थीं।
इनमें से एक ट्रेन कसारा और दूसरी मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) की ओर जा रही थी। कोच के फुटबोर्ड पर खड़े कुछ यात्री उस समय पटरी पर गिर गए। एक नवंबर को इस मामले में सहायक मंडल अभियंता विशाल डोलस, वरिष्ठ अनुभाग अभियंता समर यादव और रेलवे ट्रैक के रखरखाव के लिए जिम्मेदार अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
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