बांग्लादेश में आम चुनाव से पहले मोहम्द यूनुस को किस बात का है डर? (फाइल फोटो)  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पद से इस्तीफा के बाद से भारत में रह रहीं हैं। बांग्लादेश में फिलहाल नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्द यूनुस के नेतृत्व वाली सरकारी काम कर रही है। बांग्लादेश में चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने अवामी लीग का पंजीकरण निलंबित कर दिया है और पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
चुनाव आयोग के इस फैसले को लेकर शेख हसीना ने कहा कि लाखों पार्टी समर्थक चुनाव का बहिष्कार करेंगे। वहीं, अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने कहा है कि उन्हें डर है कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए देश और विदेश की ताकतें नियोजित आम चुनावों को विफल करने की कोशिश कर सकती हैं।  
चुनाव खराब करने की कोशिश  
 
अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने चुनाव तैयारियों पर एक उच्च स्तरीय बैठक में उनके बयान के हवाले से बताया कि देश के अंदर और बाहर से कई ताकतें चुनाव को खराब करने के लिए काम करेंगी। कई शक्तिशाली ताकतें, इसे विफल करने का प्रयास करेंगी। अचानक हमले हो सकते हैं।  
चुनौतीपूर्ण होगा चुनाव  
 
प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने बताया कि मुख्य सलाहकार यूनुस ने बैठक में कहा कि चुनाव “चुनौतीपूर्ण“ होगा क्योंकि देश के अंदर और बाहर से योजनाबद्ध तरीके से विभिन्न प्रकार के दुष्प्रचार किए जाएंगे।  
 
यूनुस ने कहा कि एआई द्वारा निर्मित चित्र और वीडियो भी ऑनलाइन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किए जाएंगे। यूनुस ने ऐसी सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें उन (बाधाओं) पर विजय प्राप्त करनी होगी।  
कहां हैं आवामी लीग के नेता?  
 
गौरतलब है कि बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से वो भारत में रह रही हैं। जबकि उनकी पार्टी और सरकार के अधिकांश नेता देश और विदेश में जेल में या फरार हैं। विदेश में रहने और अनुपस्थिति में चल रहे मुकदमे के बावजूद, शेख हसीना ने अपने साक्षात्कारों में इस बात पर जोर दिया कि वह देश में “लोकतंत्र बहाल करने“ के लिए प्रतिबद्ध हैं।  
 
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