राज्य ब्यूरो, लखनऊ। माध्यमिक विद्यालयों में मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षण संस्थानों की कार्यप्रणाली और वातावरण से अवगत कराने के लिए पहल की गई है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत अब प्रदेश के हर जिले से 60 मेधावी छात्र-छात्राओं को देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों और संस्थानों में पांच दिन की एक्सपोजर विजिट पर भेजा जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
अपर राज्य परियोजना निदेशक (माध्यमिक) ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र जारी कर इस संबंध में कार्ययोजना एक सप्ताह के भीतर भेजने के निर्देश दिए हैं।  
 
कक्षा नौंवीं से 12 तक के विद्यार्थियों में से ऐसे छात्रों का चयन किया जाएगा जिन्होंने शैक्षणिक प्रदर्शन में उत्कृष्टता हासिल की है और जो इस भ्रमण में भाग लेने के इच्छुक हैं।  
 
हर जिले से चयनित 60 छात्र-छात्राएं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी), भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम), केंद्रीय विश्वविद्यालयों और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों का दौरा करेंगे। इन छात्रों को वहां शिक्षण पद्धति, अनुसंधान कार्य, लैब्स, नवाचार और उच्च शिक्षा के अवसरों का प्रत्यक्ष अनुभव मिलेगा।  
 
यह विजिट 30 नवंबर तक पूरी कराई जानी है। राज्य परियोजना कार्यालय ने इस उद्देश्य के लिए हर जिले को धनराशि की लिमिट पहले ही जारी कर दी है।  
 
निर्देश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि पीएम श्री योजना से आच्छादित विद्यालयों के विद्यार्थी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे, ताकि इस योजना का लाभ उन राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों तक पहुंचे जिन्हें अब तक ऐसे अवसर नहीं मिले।  
 
सभी जिलों को निर्देशित किया गया है कि वे निर्धारित प्रारूप में यह विवरण भेजें कि विद्यार्थी कब और किन संस्थानों में विजिट के लिए जा रहे हैं, विजिट के प्रभारी और सह प्रभारी शिक्षक कौन होंगे, तथा कितने छात्र और छात्राएं शामिल होंगी। |