राज्य ब्यूरो, रांची। सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की केंद्रीय समिति की बुधवार को रांची के सोहराई भवन में हुई बैठक में पार्टी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संगठन को चुस्त-दुरुस्त रखने का मूलमंत्र दिया।  
 
13वें महाधिवेशन के बाद यह पहली बैठक थी, जिसमें उन्होंने वोट की हेराफेरी के खिलाफ एकजुट संघर्ष और संगठन की मजबूती पर जोर दिया। बैठक का संचालन झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने किया।  
 
हेमंत सोरेन ने बैठक में उपस्थित मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश में वोट की हेराफेरी चल रही है और यह अब सतह पर आ चुकी है।  
 
ऐसे में हमें बूथ से लेकर पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर तक संगठन को मजबूत, सक्रिय, जागरूक और एकजुट रखना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल संगठन की एकता और जागरूकता ही वोट चोरी के खिलाफ संघर्ष को जायज अंजाम तक पहुंचा सकती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
JMM कार्यकर्ता गलत को रोकने और सही के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार रहें  
 
सीएम ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे गलत को रोकने और सही के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि हमें कमर कस कर रखनी होगी। गलत नहीं होने देना है, और सही के लिए डटकर मुकाबला करना है।  
 
यह बयान झामुमो की आगामी रणनीति को दर्शाता है, जिसमें संगठनात्मक अनुशासन और जनता के बीच सक्रियता को प्राथमिकता दी गई है। हेमंत सोरेन ने संगठन की मजबूती को झामुमो की सफलता का आधार बताया।  
 
उन्होंने कहा कि हर स्तर तक कार्यकर्ताओं को सक्रिय और अनुशासित रहना होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं और इनके लाभ को अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित करें।  
 
उन्होंने जोर दिया कि सरकार के कामकाज के प्रति जनता में जागरूकता फैलाना पार्टी की प्राथमिकता होनी चाहिए। हमारी योजनाएं गरीब, मजदूर, किसान और आदिवासी समुदाय के लिए हैं।  
 
इनका लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचे। हमें जनता के बीच रहना होगा। उनकी आवाज सुनना और उनकी समस्याओं का समाधान करना हमारा कर्तव्य है। बैठक में झामुमो के वरिष्ठ नेता, मंत्री, सांसद, विधायक, केंद्रीय समिति के पदाधिकारी, जिला व महानगर अध्यक्ष शामिल हुए। |