यूक्रेन के जरिये रूस से लड़ रहे नाटो और ईयू (फाइल फोटो)
रॉयटर, संयुक्त राष्ट्र। रूस ने आरोप लगाया है कि अमेरिका के नेतृत्व वाला सैन्य संगठन नाटो और ईयू (यूरोपीय संघ) यूक्रेन के जरिये युद्ध लड़ रहे हैं। यह बात रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संयुक्त राष्ट्र परिसर में जी 20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में कही है। हालांकि ब्रिटेन ने रूस के इस दावे को कपोल कल्पित बताते हुए खारिज कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लावरोव ने ट्रंप की टिप्पणी का दिया जवाब
लावरोव ने यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस को लेकर की गई तल्ख टिप्पणियों के बाद कही है। ट्रंप ने युद्ध में यूक्रेन के प्रयासों की प्रशंसा की थी और कहा था कि वह रूस से हारी अपनी जमीन को वापस ले सकता है।
ट्रंप ने कही थी ये बात
ट्रंप ने नाटो के सहयोगी देशों से यह भी कहा था कि अगर रूसी लड़ाकू विमान उनकी वायुसीमा में आते हैं तो वे उन्हें गिरा सकते हैं। इसी महीने पोलैंड की सीमा में 19 रूसी ड्रोन के घुसने और उन्हें वहां पर मार गिराने और उसके बाद एस्टोनिया की वायुसीमा में तीन रूसी लड़ाकू विमानों के घुसने की घटनाओं से रूस और नाटो देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।United Nations, Shahbaz Sharif , Trump a peacemaker , pakistan news, pakistan peacemaker, OPERATION SINDOOR, Indian army, surgical strike, Pahalgam Attack, Pahalgam, pakistan news, terrorist attack, India PoK airstrike 2025
रूसी विदेश मंत्री ने कहा, पश्चिमी देश नाटो और ईयू के जरिये यूक्रेन को रूस के खिलाफ लड़ाई में उकसा रहे हैं। दोनों ही संगठनों के देश रूस के खिलाफ युद्ध में शामिल हैं। लावरोव ने ट्रंप के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई लेकिन पश्चिमी देशों पर 2022 में यूक्रेन को उकसाकर युद्ध शुरू करवाने का आरोप लगाया।
दुष्प्रचार से सच्चाई को झुठलाया नहीं जा सकता है
बैठक में ब्रिटेन की विदेश मंत्री वेट कूपर ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए रूस की निंदा की। कहा, विश्व को भ्रमित करने के लिए कपोल कल्पित बातें कहने का कोई मतलब नहीं है। दुष्प्रचार से सच्चाई को झुठलाया नहीं जा सकता है। कूपर जिस समय बोलना शुरू किया उस समय लावरोव बैठक छोड़कर चले गए थे।
इस दौरान यूरोपीय संघ की विदेशी मामलों की प्रमुख काजा कलास ने विश्व के प्रमुख देशों से रूस पर दबाव बढ़ाने का आह्वान किया। कहा, साढ़े तीन वर्षों के युद्ध के बाद भी यूक्रेन को लेकर रूस के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।
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