मनोज त्रिपाठी, लखनऊ। अब उत्तर प्रदेश के प्रशिक्षित युवाओं को नौकरी के लिए दूसरे राज्यों में नहीं भटकना पड़ेगा, बल्कि उन्हें राज्य में ही स्थापित हो रही औद्योगिक इकाईयों में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए इन्वेस्ट यूपी में कौशल कनेक्ट सेल का गठन किया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
उच्च स्तरीय स्टीयरिंग समिति ने इससे संबंधित प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इन्वेस्ट यूपी कौशल कनेक्ट सेल के जरिए दूसरे राज्यों में काम कर रहे राज्य के प्रतिभाशाली युवाओं से संपर्क कर उन्हें भी यूपी में रोजगार उपलब्ध कराएगा।  
 
पिकप भवन में मंगलवार को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आइआइडीसी) दीपक कुमार ने उच्च स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अधिकारियों को सुझाव दिया कि निवेश की परियोजनाओं की स्वीकृति देने में देरी न की जाए।  
 
बैठक में इन्वेस्ट यूपी ने निवेशकों से आए सुझाव पर तैयार रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि प्रशिक्षित कर्मियों की कम उपलब्धता के कारण महानगरों के अलावा निवेशक छोटे शहरों में निवेश में कम रुचि दिखा रहे हैं। इसलिए कौशल कनेक्ट सेल के जरिए इंजीनियरिंग तथा तकनीकी शिक्षण संस्थानों के साथ संपर्क कर जिलावार प्रशिक्षित युवाओं की टीम तैयार की जाएगी। साथ ही निवेशकों के सुझाव के अनुसार संबंधित शिक्षण संस्थानों में कोर्स डिजाइन करा कर उसे लागू किया जाएगा।  
 
आइआइडीसी ने कहा कि कौशल कनेक्ट सेल का गठन जल्द से जल्द किया जाए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया कि वे निवेश की स्वीकृति की प्रक्रिया में तेजी लाएं। निवेशकों को सहज व पारदर्शी सुविधा उपलब्ध कराएं। समयबद्ध स्वीकृतियां ही निवेश के प्रस्तावों को धरातल पर उतार सकती हैं।  
 
आइआइडीसी ने निवेश के 609 लंबित प्रस्तावों को जल्द से जल्द स्वीकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने उद्यमी मित्रों व जिला उद्योग केंद्रों के महाप्रबंधकों को प्रशिक्षण देने की योजना जल्द शुरू करने के निर्देश दिए।  
 
बैठक में आइटी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग यादव, इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विजय किरण आनंद, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी शशांक चौधरी, पर्यटन विभाग की विशेष सचिव ईशा प्रिया और एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। |