प्लास्टिक प्रदूषण पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए खतरा है।   
 
  
 
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की खूबसूरत वादियों में स्थित मुगल रोड का एक हिस्सा पीर की गली प्लास्टिक कचरे से भर गया है। बढ़ते ट्रैफिक और पर्यटकों की भीड़ ने इस पहाड़ी दर्रे को घेर लिया है, जिससे इसकी सुंदरता को ग्रहण लग रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
स्वच्छता सुविधाओं का अभाव  
 
पोशाना और हीरपोरा गांवों के बीच स्थित 11,500 फुट ऊंचा पहाड़ी दर्रा पीर की गली अब पालीथीन की थैलियों, बोतलों और खाने के रैपरों से अटा पड़ा है। यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन स्वच्छता सुविधाओं का अभाव है। शौचालय और कचरा निपटान की उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे यह क्षेत्र कूड़ाघर में बदलता जा रहा है।  
स्थानीय निवासियों की चिंता  
 
स्थानीय निवासियों ने चिंता जताई है कि यदि इस क्षेत्र की सफाई नहीं की गई तो यह नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है। उनका कहना है कि प्लास्टिक कचरा मिट्टी और पानी को जहरीला बनाता है और परिदृश्य को बर्बाद कर देता है।  
तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता  
 
सामाजिक कार्यकर्ता मीठा गट्टू ने अधिकारियों से कूड़ेदान और शौचालय उपलब्ध कराने का आग्रह किया है, विशेष रूप से मार्ग पर फलों से लदे ट्रकों की भारी आवाजाही को देखते हुए। स्थानीय निवासी सज्जाद ने कहा कि नियमित सफाई अभियान चलाकर इस स्थान को पुनर्स्थापित करने की आवश्यकता है।  
मुगल रोड का महत्व  
 
मुगल रोड जम्मू-कश्मीर की एक महत्वपूर्ण सड़क है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जानी जाती है। इस सड़क का निर्माण मुगल बादशाहों ने करवाया था, जो कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ती है। पीर की गली की दुर्दशा एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। हमें अपनी प्राकृतिक सुंदरता को बचाने के लिए प्लास्टिक कचरे को नियंत्रित करने और स्वच्छता सुविधाओं को बेहतर बनाने के प्रयास करने होंगे। |