अपनी बातों को रखते हुए इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी।
आशीष अंबष्ठ, धनबाद। इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC) में अब फिर से एक होने की कवायद में लोग जुट गए है। इंटक में दो दशक से विवाद चल रहा है। जिसके कारण तीन गुट में बांट कर दर्जनों मुकदमों के बीच सह मात का खेल जारी है। जिसका सबसे अधिक असर कोयला सेक्टर पर पड़ा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इधर इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) में एकजुटता पूर्व सांसद,पूर्व मंत्री व दुबे इंटक के अध्यक्ष स्व चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे के पुत्र अभय कुमार दुबे ने एकजुटता के लिए बीते तीन नवंबर को इंटक रेड्डी गुट के अध्यक्ष संजीवा रेड्डी ,महामंत्री संजय सिंह, एवं केके तिवारी गुट इंटक के अध्यक्ष केएन त्रिपाठी पूर्व मंत्री झारखंड एवं महामंत्री के के तिवारी को पत्र लिखा है।
केके तिवारी ने भी रेड्डी को पत्र लिख कर इस पर पहल करने की बात कही है। इधर इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी पर ही निर्भर है कि इस पर क्या रणनीति तय करते है। उन्होंने गुरुवार को दैनिक जागरण से फोन पर बातचीत करते हुए बताया कि अब तक इस संबंध में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है।
अभय दूबे के पत्र लिखने के बाद केके तिवारी ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की। अपने पत्र में अभय दुबे ने लिखा है कि इस संबंध में कार्यकारिणी समिति की बैठक में विचार-विमर्श के उपरांत यह निर्णय लिया गया है कि अभय अपनी इंटक की ओर से भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) का पूर्ण सत्र दिनांक 14, 15 और 16 फरवरी 2026 को रांची में आयोजित करने जा रही है।
इधर केके तिवारी ने भी 26 नवंबर को अभय दुबे एवं संजीवा रेड्डी को पत्र लिख कहा कि मजदूरों के हित में सभी मुकदमे वापस लेकर एकजुट होकर एक कमेटी बनानी चाहिए। उन्होंने पत्र में सुझाव देते हुए लिखा है कि दुबे गुट की रांची में आयोजित अधिवेशन के पूर्व तीनों गुटों की एक समन्वय समिति बने,तीनो गुटों की डेलिगेट की सूची बने,एक स्वागत समिति गठित हो जिसमें तीनों गुटों के लोग शामिल रहें, यदि आवश्यक हो तो अधिवेशन की तिथि व जगह संयुक्त रूप से तय किया जाए।
कार्यसमिति की बैठक 15 दिसंबर के बाद दिल्ली में होगी। सारे विषयों पर विस्तार से चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा। इंटक अधिवेशन की तिथि व स्थल तय होगी। संगठन हित में कई अहम मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया जाएगा।-संजीवा रेड्डी, इंटक अध्यक्ष
लंबे समय से विवाद चल रहा है। मामला न्यायालय तक विचाराधीन है। इससे श्रमिक वर्ग को भी क्षति हो रही है। आपस में मिलने में किसी तरह की परेशानी नहीं है। इंटक के संजीवा रेड्डी को विचार करना होगा। -केके तिवारी,महामंत्री ( त्रिपाठी गुट) |