नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच बोले मल्लिकार्जुन खरगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक कांग्रेस में अंतर्कलह और नेतृत्व विवाद के संदर्भ में पार्टी अध्यक्ष एवं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि राज्य में नेतृत्व बदलने का मुद्दा सार्वजनिक रूप से चर्चा करने योग्य नहीं है। हालांकि, नेतृत्व में बदलाव को लेकर \“विरोधी खेमा\“ लगातार दबाव बना रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने \“कुछ लोगों के बीच सीक्रेट डील\“ का दावा किया है, जबकि, मुख्यमंत्री सिद्दरमैया \“असमंजस की स्थिति\“ को खत्म करने की जरूरत पर जोर दे रहे हैं।
नेतृत्व परिवर्तन पर सार्वजनिक चर्चा नहीं: खरगे
26 नवंबर को संविधान दिवस समारोह में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे खरगे ने पत्रकारों से कहा, \“यह ऐसा विषय नहीं है जिस पर यहां और वह भी सार्वजनिक चर्चा की जाए। मैं खास तौर पर 26 नवंबर को संविधान दिवस से जुड़े एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए यहां आया हूं। इसके बाद मुझे एक रिव्यू मीटिंग में शामिल होना है।\“
राहुल गांधी के साथ संभावित मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, \“आप सभी जानते हैं कि अध्यक्ष कहीं और चर्चा नहीं करते हैं। अगर मीटिंग होती है तो हम चर्चा करेंगे।\“
शिवकुमार का \“सीक्रेट डील\“ का दावा
बहरहाल, दिल्ली रवाना होने के लिए बेंगलुरु एयरपोर्ट जाते वक्त खरगे की कार में उनके साथ डीके शिवकुमार भी थे। गौरतलब है कि 20 नवंबर को कांग्रेस सरकार के पांच साल के कार्यकाल में से आधा वक्त गुजरने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी के अंदर सत्ता की खींचतान तेज हो गई है।
2023 में राज्य में कांग्रेस के सत्ता में लौटने के बाद सिद्दरमैया और शिवकुमार के बीच कथित \“पावर-शेयरिंग\“ एग्रीमेंट के कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, सिद्दरमैया ने हाल ही में कहा कि अगर आलाकमान फैसला करता है तो वह पूरे पांच साल के लिए सीएम बने रहेंगे और भविष्य में भी राज्य का बजट पेश करते रहेंगे।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ) |