जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। मधुबन बापूधाम आवासीय योजना से प्रभावित किसानों का लंबे समय से चला आ रहा इंतजार समाप्त होगा। जीडीए 27 व 28 नवंबर को हिंदी भवन में किसानों को भूखंड आवंटित करने के लिए लाटरी ड्रा आयोजित करेगा। दो चरणों में होने वाले इस लाटरी ड्राॅ में कुल 647 भूखंड किसानों को दिए जाएंगे, जिसके बाद किसान अपने भूखंड का नक्शा पास कराकर निर्माण कार्य शुरू कर सकेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मधुबन बापूधाम योजना वर्ष 2004 में शुरू की गई थी। इस योजना में छह गांवों की करीब 1,234 एकड़ जमीन शामिल थी। इनमें से पहले चरण में 800 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया। बाद में 153 एकड़ और जमीन मिलाकर उसका भी विकास किया गया, जबकि शेष 281 एकड़ जमीन पर किसान सुप्रीम कोर्ट चले गए।
साल 2016 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जीडीए ने 281 एकड़ जमीन का अधिग्रहण नए भू-अधिग्रहण कानून के तहत करते हुए किसानों को मुआवजा दिया। इसके बाद 800 एकड़ के किसानों ने भी नए कानून के अनुसार बढ़ा मुआवजा और भूखंड दिए जाने की मांग रखी। अब जीडीए ने सभी किसानों को नियमानुसार उनकी जमीन के बदले भूखंड देने की तैयारी पूरी कर ली है।
ड्रॉ के लिए निधारित तिथियां
- 27 नवंबर : 40, 60, 90 और 150 वर्गमीटर के भूखंडों के होंगे लाटरी ड्राॅ।
- 28 नवंबर : 200 सेर 2000 वर्ग मीटर तक बड़े भूखंडों के होंगे लाटरी ड्राॅ।
नोट : लाटरी के अनुसार किसान को आवंटित भूखंड दिया जाएगा।
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मधुबन बापूधाम योजना को तेजी से विकसित किया जा रहा है। जिन किसानों की जमीन इस योजना में ली गई थी, उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है और नियमानुसार भूखंड भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया के पूरा होने से किसानों का लगभग 15 साल पुराना इंतजार खत्म होगा।
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- नंदकिशोर कलाल, वीसी जीडीए |