पुलिस की गिरफ्त में नफीस व उसका बेटा फरमान।
जागरण संवाददाता, बरेली। आइएमसी के महासचिव नफीस की चश्मे की दुकान है, जबकि उसका आठवीं पास बेटा फरमान संगठन में सभी लिखा-पढ़ी करने के साथ सभी इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स की देखरेख की जिम्मेदारी निभाता है। पुलिस ने जब दोनों को गिरफ्तार किया तो सामने आया कि नफीस खुद को लोगों को गुमराह करने के लिए डॉक्टर बताता है, जबकि वह कोई डॉक्टर नहीं है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस के मुताबिक, नफीस से जब पूछताछ की तो उसने बताया कि बिहारीपुर में उसकी एक चश्मे की दुकान है, जिसे वह डॉक्टर खान ऑप्टिकल के नाम से संचालित करता है। वह कोई चिकित्सक नहीं है। पुलिस जब उपद्रव की जांच कर रही थी तो स्पष्ट हुआ कि डॉ. नफीस ने बयानबाजी से और उसके बेटे ने इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स पर मौलाना की पुरानी वीडियो पोस्ट कर लोगों को भड़काया था।
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वह इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स से लगातार इस्लामिया ग्राउंड आने की अपील कर रहा था। पुलिस के मुताबिक, जिस दिन उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया जा रहा था। उस दिन भी फरमान ने फेसबुक पर उपद्रव का पूरा वीडियो लाइव किया था। इसके साथ ही भड़काऊ बातें भी बोल रहा था। इतना ही नहीं आरोपित फरमान ने फेसबुक पर मौलाना की इस्लामिया ग्राउंड की पुरानी वीडियो भी शेयर कर अपील की थी कि इस्लामिया भरो। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बुधवार को यह आरोपित हुए गिरफ्तार कोतवाली क्षेत्र से नफीस, उसका बेटा फरमान, सीबीगंज से शाहजहांपुर निवासी इदरीश, इकबाल, बारादरी से शान, मोहम्मद नदीम, रिजवान और अमान को गिरफ्तार किया गया है।
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