स्कन्द कुमार शुक्ला, जागरण, बस्ती। ज़िले में अपराध का ग्राफ एक बार फिर तेज़ी से ऊपर जाता दिख रहा है। पुलिस प्रशासन के लिए उस समय एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है जब आठ दुर्दांत और इनामी अपराधियों की सक्रियता सामने आई है, जिसमें एक महिला अपराधी भी शामिल है। ये सभी अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और इनकी धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे अभियानों में अब तक सफलता नहीं मिल पाई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जनपद में संगीन वारदातों को अंजाम देकर फरार चल रहे कुख्यात इनामी बदमाशों ने पुलिस की नींद उड़ा रखी है। इन अपराधियों की गिरफ्तारी न हो पाना अब पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। पुलिस अधीक्षक ने इन सभी बदमाशों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए विशेष टीमों का गठन किया है और उनकी तलाश को तेज करने का निर्देश दिया है।
इन बदमाशों में से प्रत्येक पर 25 हजार हजार रुपये का इनाम है, जो इनके गंभीर आपराधिक रिकार्ड को दर्शाता है। सबसे मुख्य बात यह कि इसमें से अकेले पैकोलिया थाने के वांछित पांच इनामी अपराधी शामिल हैं। ये बदमाश मुख्य रूप से हत्या, जानलेवा हमले जैसे जघन्य अपराधों में वांछित हैं। इनकी फरारी के कारण कई मामलों की न्यायिक प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है।
थाना पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
इन बदमाशों के लगातार फरार रहने और जिले के अलग-अलग हिस्सों में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की सूचनाओं से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। ये अपराधी छिपने और भेष बदलने में माहिर हैं। वे तकनीक का इस्तेमाल बहुत कम करते हैं, जिससे उन्हें ट्रैक करना मुश्किल हो रहा है। हालांकि, हमने उनकी संभावित गतिविधियों वाले क्षेत्रों में विशेष टीमें लगातार दबिश में जुटी हुई हैं।
इन बदमाशों की है जनपद पुलिस की तलाश
- रामकेवल सिंह उर्फ कुट्टी सिंह निवासी महुआडाबर, गौर (25 हजार )
- अभय सिंह निवासी निवासी महुआडाबर, गौर(25 हजार )
- अंशुमान सिंह निवासी महुआडाबर, गौर (25 हजार )
- मयंक श्रीवास्तव निवासी कोठवा थाना गौर (25 हजार )
- अमूल सिंह उर्फ राना सिंह निवासी रामापुर, पैकोलिया (25 हजार )
- लालमन यादव निवासी कप्तानगंज (25 हजार )
- दीपमाला पत्नी दुर्गाप्रसाद (5 हजार )
- नूरूलहसन पुत्र मुनीर हसन (5 हजार )
पुलिस के लिए सिरदर्द बने इनामी बदमाशों में पैकोलिया थाने के पांच, कप्तानगंज के एक व नगर थाने से दो इनामी वांछित शामिल हैं।
सभी इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी के अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं, जिनमें से प्रत्येक वांछित अपराधी को ट्रैक करने का जिम्मा दिया गया है। पड़ोसी जिलों की पुलिस से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द इनको गिरफ्तार कर कानून के कटघरे में खड़ा किया जाएगा। इनके संभावित ठिकानों, रिश्तेदारों और सहयोगियों पर नजर रखने के लिए एक इंटेलिजेंस नेटवर्क सक्रिय कर दिया गया है। -
-अभिनन्दन, पुलिस अधीक्षक, बस्ती |