दिल्ली बम धमाकों के मास्टरमाइंड के सहयोगी डॉ. मुजम्मिल ने आतंकी सामग्री छिपाने के लिए खाद और बीज की बोरियों का इस्तेमाल किया।
दीपक पांडे, फरीदाबाद। दिल्ली बम धमाकों के मास्टरमाइंड डॉ. उमर नबी बट के दोस्त डॉ. मुजम्मिल ने आतंकी सामग्री रखने के लिए खाद और बीज की बोरियों का इस्तेमाल किया था। डॉक्टर को अच्छी तरह पता था कि फतेहपुर तगा और धौज गांव के 80 फीसदी लोग खेती पर निर्भर हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसलिए उस पर किसी को शक नहीं होता था। उसने फतेहपुर तगा गांव की देहरा कॉलोनी में एक इमाम के घर में दो कमरे किराए पर लिए थे। फिर उसने खाद और बीज की बोरियों में आतंकी सामग्री भर दी। चूंकि बोरियां इमाम की थीं, इसलिए किसी को उस पर शक नहीं हुआ। बुधवार को क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची और पास के एक घर से डीवीआर जब्त की। जब्ती के दौरान कुछ लोग विरोध करते नजर आए।
जांच अधिकारियों ने बताया कि डीवीआर में केवल इमाम के घर जाने वाले वाहन की जानकारी होती थी। इसके बाद डीवीआर इमाम को वापस कर दी जाती थी। पड़ोसियों को भी खाद की बोरियां रखने की जानकारी दी गई थी। पड़ोसियों ने बताया कि डॉ. मुजम्मिल पिकअप गाड़ी से आते-जाते थे, लेकिन वे उन्हें ठीक से नहीं जानते थे। वह दूर से ही नमस्ते कर लेते थे। यह एक इमाम का घर था।
इसलिए किसी को कुछ गड़बड़ होने का शक नहीं हुआ। एक-दो बार पूछने पर मुजम्मिल ने पड़ोसियों को बताया कि वह खाद की बोरियां रखने आए हैं। जांच टीम के अनुसार दोनों जगहों पर खाद और बीज की बोरियों में हथियार पहुंचाए गए थे। हर वाहन का रिकॉर्ड लिया जा रहा है।
आतंकी घटना के तार धौज विश्वविद्यालय से जुड़ने के बाद क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीम हर वाहन पर नजर रख रही है। धौज गांव से पहले चेक पोस्ट बना दी गई है और आने-जाने वाले वाहनों का पूरा रिकॉर्ड नोट किया जा रहा है। |