चार प्रांतों के स्वयंसेवक करेंगे आमंत्रित अतिथियों का सेवा-सत्कार।
लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। मंदिरों के निर्माण की पूर्णता का संदेश देने वाले ध्वजारोहण समारोह से जुड़ीं समस्त व्यवस्थाएं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद के स्वयंसेवकों के साथ श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़े कर्मी संभालेंगे। आरएसएस ने इसके लिए अपने चार प्रांतों अवध, काशी, गोरक्ष व कानपुर से पुराने, अनुभवी व कर्मठी स्वयंसेवकों को आमंत्रित किया है। सभी को मिला कर इनकी संख्या लगभग पांच सौ के आसपास होगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ये कार्यकर्ता आमंत्रित अतिथियों का मार्गदर्शन कर उन्हें कार्यक्रम स्थल पर ससम्मान बैठाने, जलपान व भोजन कराने और आयोजन के पश्चात दर्शन कराने के साथ प्रसाद वितरण व अन्य कार्यों में भी सहयोग करेंगे।
रामजन्मभूमि परिसर में 25 नवंबर को होने जा रहे ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के अतिरिक्त लगभग आठ हजार अतिथियों को आमंत्रित किया जा रहा है। आमंत्रण पत्र प्रेषण से जुड़ा कार्य लगभग समाप्त हो जाने के बाद अब ट्रस्ट की ओर से आयोजन से जुड़ी तैयारियां की जाने लगी हैं।
समीक्षा के लिए गत दिनों हुई बैठक में तय किया गया कि संघ से जुड़े पूर्वी उत्तर प्रदेश के उन स्वयंसेवकों को भी व्यवस्थाएं सहेजने के लिए आमंत्रित किया जाए, जो समर्पित हों, कर्तव्यनिष्ठ हों और पुराने व अनुभवी हों। उत्सव में लगभग दो हजार ही स्थानीय लोग व साधु-संत आमंत्रित हैं, शेष छह हजार अतिथि पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न समाज के होंगे, इस कारण स्वयंसेवक भी इन्हीं क्षेत्र से बुलाए जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार स्वयंसेवक आयोजन से दो-तीन दिन पूर्व अयोध्या पहुंच जाएंगे। यद्यपि इनके दायित्वों का निर्धारण शीघ्र कर दिया जाएगा। ये स्वयंसेवक आयोजन स्थल (राम मंदिर व परकोटे के मध्य का रिक्त स्थान) पर अपनी निगरानी में कुर्सियां व्यवस्थित कराएंगे।
इसके लिए कार्यक्रम स्थल पर लगभग 20-22 ब्लाक बनाए जाएंगे। एक ब्लाक में 400 से 500 कुर्सियां रखी जाएंगी। इन पर आमंत्रण पत्र के कोड नंबर के अनुसार क्रमांक चस्पा रहेगा। इसी कोड के आधार पर अतिथियों को बिठाया जाएगा। प्रवेश के समय भी अतिथियों को कोड बताना होगा।
आयोजन की पूर्णता पर कतारबद्ध हो दर्शन करेंगे अतिथि
राम मंदिर सहित सात पूरक मंदिरों के शिखर पर ध्वजारोहण और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व विशिष्ट अतिथियों के दर्शन कर लेने के उपरांत ट्रस्ट की ओर से आमंत्रित अतिथियों को भी रामलला, राम दरबार व सभी देवी-देवताओं का दर्शन कराया जाएगा।
यह सुव्यवस्थित रहे और किसी को असुविधा न हो, इसके लिए अतिथियों को कतारबद्ध ढंग से समूहों में प्रवेश कराया जाएगा। ट्रस्ट ने आमंत्रण पत्र पर भी सभी अतिथियों को लाइन में दर्शन कराने की प्रतिबद्धता अंकित कराई है। इसके लिए 25 नवंबर को मंदिर में सामान्य दर्शन को बंद भी रखा जाएगा। |