जागरण संवाददाता, पलवल। विजिलेंस की टीम ने पलवल के हल्का पटवारी को 30 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पटवारी को उसके पलवल स्थित पटवार कार्यालय से पकड़ा गया। वहीं इस मामले में कंप्यूटर ऑपरेटर अभी फरार है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विजिलेंस की टीम ने दोनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। मामले में शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया था कि उसकी माताजी ने वर्ष 2006 में नई बस्ती सल्लागढ़ में 100 गज का एक प्लाॅट खरीदा था।
वह इस प्लाॅट की म्यूटेशन (दाखिल-खारिज) चढ़वाने के लिए पटवारी नवीन से मिला था। शिकायतकर्ता के अनुसार पटवारी नवीन ने अपने कंप्यूटर ऑपरेटर रूपेश को रजिस्ट्री की कापी दी। इसके बाद ऑपरेटर रूपेश ने पटवारी से बात करके म्यूटेशन चढ़ाने की एवज में शिकायतकर्ता से एक लाख रुपये रिश्वत की मांग की।
बार-बार अनुरोध करने पर रिश्वत की राशि कम की गई। अंत में पटवारी नवीन 40 हजार की नकद रिश्वत लेने पर सहमत हुआ। तय हुआ कि इस राशि में से 30 हजार पहले दिए जाएंगे और बाकी दस हजार म्यूटेशन चढ़ने के बाद लिए जाएंगे।
शिकायतकर्ता की शिकायत के सत्यापन के बाद, विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया। शुक्रवार को पटवारी नवीन को शिकायतकर्ता से 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया।
पटवारी नवीन के विरुद्ध राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, फरीदाबाद थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। कंप्यूटर ऑपरेटर रूपेश की गिरफ्तारी अभी बाकी है, जिसकी तलाश की जा रही है।
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