ट्रंप की अगली भारत यात्रा की संभावना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह अगले साल भारत की यात्रा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली के साथ बातचीत अच्छी चल रही है। ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस से तेल खरीदना लगभग बंद कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वह ओवल आफिस में पीएम मोदी के साथ बातचीत और भारत के साथ व्यापार वार्ता की प्रगति के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, \“वह मेरे मित्र हैं और हम बात करते हैं। वह चाहते हैं कि मैं वहां जाऊं। हम इसका हल निकाल लेंगे। मैं जाऊंगा। प्रधानमंत्री मोदी के साथ मेरी वहां की यात्रा बहुत अच्छी रही, वह महान व्यक्ति हैं और मैं जाऊंगा।\“
ट्रंप की अगली भारत यात्रा की संभावना
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अगले साल भारत जाने की योजना बना रहे हैं, ट्रंप ने कहा, \“हां, हो सकता है।\“ 2024 में डेलावेयर में क्वाड शिखर सम्मेलन आयोजित होने के बाद अब भारत नई दिल्ली में क्वाड सम्मेलन के लिए आस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के नेताओं की मेजबानी करेगा। हालांकि, भारत में शिखर सम्मेलन की तारीखों की घोषणा अभी बाकी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने 2020 में अपनी पिछली भारत यात्रा को भी याद करते हुए कहा, मेरी यात्रा बहुत अच्छी रही थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत ने रूस से तेल खरीदना काफी हद तक बंद कर दिया है। हाल ही में व्हाइट हाउस ने भी कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप प्रधानमंत्री मोदी का बहुत सम्मान करते हैं और वे अक्सर एक-दूसरे से बात करते हैं।
भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर पॉजिटिव हैं ट्रंप
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मंगलवार को भारत-अमेरिका संबंधों पर एक प्रश्न के उत्तर में कहा था कि ट्रंप द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बहुत सकारात्मक हैं। व्यापार के मुद्दों पर दोनों देशों के बीच गंभीर स्तर पर चर्चा चल रही है।
टैरिफ के समर्थन में अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक ने भारत का उदाहरण दिया है। लुटनिक ने दावा किया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को न्याय के लिए कूटनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया और यूक्रेन युद्ध समाप्त करने में मदद के लिए भारत से आग्रह किया है कि वह रूस से तेल खरीदना बंद करे।
ट्रंप द्वारा टैरिफ शक्तियों के प्रयोग का बचाव करते हुए लुटनिक ने गुरुवार को फाक्स न्यूज के साथ साक्षात्कार में यह टिप्पणी की। गौरतलब है कि ट्रंप द्वारा टैरिफ शक्तियों के प्रयोग की वैधता पर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
टैरिफ को लेकर अमेरिकी कोर्ट में सुनवाई
कोर्ट इस बात की जांच कर रहा है कि क्या ट्रंप द्वारा 1977 के अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम (आईईईपीए) के तहत आपातकालीन शक्तियों का उपयोग करके भारत सहित कई देशों पर व्यापक पारस्परिक शुल्क लगाना वैध था।
लुटनिक ने कहा, राष्ट्रपति टैरिफ का उपयोग रूस और यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने भारत से कहा है कि \“तेल खरीदना बंद करो। उन्होंने विश्वास जताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति यह मुकदमा जीतेंगे।
ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत पारस्परिक शुल्क लगाया तथा रूसी तेल की खरीद पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाया, जिससे भारत पर लगाया गया कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है। भारत ने अमेरिकी कार्रवाई को अनुचित करार दिया था।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ) |