जागरण संवाददाता, रायबरेली। शरद ऋतु के आगमन के साथ परिवहन निगम ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बस संचालन में अहम बदलाव किए हैं। रायबरेली डिपो में कुल 175 बसें संचालित हैं, जिनमें 99 निगम की तथा 76 अनुबंधित बसें शामिल हैं। विभाग द्वारा नवंबर से दिसंबर माह तक के लिए नया रूट चार्ट तैयार किया गया है, जिसमें ग्रामीण इलाकों, धार्मिक स्थलों और प्रमुख शहरों को जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नए रूट चार्ट के तहत रायबरेली से सिरसा, निसगर, डलमऊ होते हुए फतेहपुर, चित्रकूट, बरारा, ऊंचाहार-कानपुर-दिल्ली, सेमरी, कुन्सा, सेमरौता-लखनऊ तथा सलोन-नसीराबाद-लखनऊ, ऊंचाहार-कौशांबी आदि मार्गों पर नई सेवाएं शुरू की गई हैं। इन रूटों पर नियमित संचालन से ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
वहीं, रायबरेली से कानपुर के बीच चलने वाली बस संख्या 4037, 5052, 1293 और 4075 के चक्कर अब बढ़ा दिए गए हैं। पहले ये बसें प्रतिदिन एक चक्कर लगाती थीं, जबकि अब प्रत्येक बस छह-छह चक्कर लगाएगी। इससे यात्रियों को कानपुर आने-जाने के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे। परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नया रूट चार्ट यात्रियों की मांग और देवस्थलों के मद्देनजर तैयार किया गया है।
इसके तहत देवस्थानों, गंगा तटों और ग्रामीण अंचलों को मुख्य मार्गों से जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया गया है। अधिकारियों का दावा है कि इन बदलावों से न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी बल्कि परिवहन निगम की आमदनी में भी इजाफा होगा।
यात्री विनोद ,देवनाथ पाल,मजगेन्द्र सिंह, पिंकू सिंह ,शिवकुमार पांडेय ने कहा कि नए रूटों से भगवान के जन्मभूमि अयोध्या के साथ ही चित्रकूट जैसे स्थल का अब आना जाना आसान होगा।जिसके साथ ही कालाकांकर के राजघराने व कड़े मंदिर में आने जाने में भी अब सहूलियत मिलेगा। विभाग का यह प्रयास आगामी महीनों में यात्रियों की संख्या में वृद्धि लाने वाला साबित हो सकता है।
क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी का कहना है कि दिसंबर माह तक का नया रूट चार्ट में अधिकांश ग्रामीणांचल के लोगों को देवस्थल,राजधानी व दिल्ली तक से जोड़ा गया है इसके साथ ही हरिद्वार,मथुरा , गोरखपुर , खीरी लखीमपुर , बहराइच आदि रूट पर भी दो दो बसों का संचालन किया गया है। जिन्होने बताया कि सभी चालक -परिचालक से यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करने का निर्देश भी दिया गया है। |