नई दिल्ली। फिक्स्ड डिपॉजिट और रिकरिंग डिपॉजिट दोनों ही निवेशकों के बीच काफी पॉपुलर है। आज भी कई लोग सुरक्षित निवेश में ही विश्वास रखते हैं। क्योंकि इनमें आपके पैसे डूबने का डर नहीं रहता। इसके साथ ही आपको गारंटी रिटर्न मिल जाता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कुछ निवेशक पोर्टफोलियो को बैलेंस करने के लिए भी सुरक्षित निवेश को शामिल करते हैं। आज हम जानेंगे कि आरडी या एफडी किसमें निवेश करने में आपको फायदा होगा। साथ ही कौन ज्यादा रिटर्न दे सकता है।
FD vs RD: किसमें है ज्यादा फायदा?
उसी स्कीम में फायदा है, जिसमें आपको ज्यादा रिटर्न मिले। इसलिए हम कैलकुलेशन की मदद से समझेंगे कि एफडी या आरडी कौन ज्यादा रिटर्न देने में सक्षम है।
कैलकुलेशन
एफडी में कितना रिटर्न मिलेगा?
- निवेश रकम- 3 लाख
- रिटर्न- 7.5 फीसदी
अगर कोई निवेशक एफडी में 5 साल के लिए 3 लाख रुपये निवेश करें, तो उसे 7.5 फीसदी रिटर्न के हिसाब से मैच्योरिटी पर 4,30,689 रुपये मिलेंगे। इन 5 सालों में केवल रिटर्न ही 1,30,689 रुपये बन जाएगा।
अब जानते हैं कि आरडी में सेम अमाउंट किस्तों में निवेश करने पर कितना पैसा मिलेगा। एफडी में हमें एकमुश्त पैसा निवेश करना होता है। इसलिए हमने 5 साल निवेश के लिए रकम 3 लाख रुपये (5000ंx12x5=3,00,000) ली है। लेकिन आरडी में हम किस्तों में पैसा निवेश करते हैं। इसलिए हमने यहां हर महीने जमा होने वाली रकम 5000 रुपये ली है।
आरडी से कितना रिटर्न मिलेगा?
- निवेश रकम- 5000 रुपये
- निवेश रिटर्न- 7.5 फीसदी
- अवधि- 5 साल
अगर कोई निवेशक आरडी में हर महीने 5000 रुपये निवेश करता है, तो उसे 7.5 फीसदी रिटर्न के हिसाब से 5 साल में मैच्योरिटी पर 3,64,902 रुपये मिलेंगे। वहीं रिटर्न में उसे 64,902 रुपये मिलेंगे।
रिटर्न को देखते हुए हम कह सकते हैं कि एफडी में एकमुश्त पैसे रखने में ही फायदा है। क्योंकि इसमें आपको मैच्योरिटी पर ज्यादा फायदा मिलेगा। लेकिन अगर आप एकमुश्त पैसा निवेश नहीं कर सकते, तो ऐसी स्थिति में आरडी सही रहेगा। |