जागरण संवाददाता, हमीरपुर। गोशाला का संचालन कराने के लिए दी जाने वाली धनराशि में 20 प्रतिशत कमीशन की मांग करने वाले सुमेरपुर के ग्राम पंचायत अधिकारी (सचिव) रामू अहिरवार को जांच के बाद निलंबित कर दिया गया है।
उक्त ग्राम पंचायत अधिकारी का कमीशन मांगते हुए एक आडियो भी बीते दिनों इंटरनेट मीडिया में प्रचलित हुआ था। जिसे जिलाधिकारी घनश्याम मीना ने संज्ञान में लेते हुए उक्त मामले की जांच कराई थी। उक्त जांच प्रभारी बीडीओ सुमेरपुर ने की थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सुमेरपुर ब्लाक में रामू अहिरवार काफी समय से ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर तैनात है। इनके पास कई ग्राम पंचायतों का प्रभार भी था। कुछ समय पूर्व इस पंचायत अधिकारी का गोशाला संचालन को मिलने वाली धनराशि में से 20 प्रतिशत कमीशन मांगे जाने का एक आडियो भी इंटरनेट मीडिया में प्रचलित हुआ था। जिसके बाद मामला जिलाधिकारी तक पहुंचा।
जिस पर डीएम ने इस प्रकरण की जांच प्रभारी बीडीओ सुमेरपुर को सौंपी गई थी। उनकी जांच में भी आरोपों की पुष्टि हुई थी। उन्होंने उक्त पंचायत अधिकारी को निलंबित किए जाने की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट डीपीआरओ को सौंपी थी।
डीपीआरओ जितेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर ग्राम पंचायत अधिकारी को निलंबित करते हुए खंड विकास कार्यालय सुमेरपुर से संबद्ध किया गया है। अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रकरण में अपर जिला पंचायत राज अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया है।
जिन्हें 15 दिन में आरोपी कर्मचारी को आरोप पत्र तामील कराकर प्रकरण की जांच आख्या 45 दिन के अंदर उपलब्ध करानी होगी। इस कार्रवाई से क्षेत्र के अन्य सचिवों में खलबली मची हुई है। |
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