अफजलगढ़ के प्राथमिक विद्यालय टांडा वैरागी में कक्षा में झाडू लगाती छात्रा। सौजन्य : शिक्षा विभाग
जागरण संवाददाता, बिजनौर। बीएसए सचिन कसाना के निरीक्षण में दो स्कूलों में घोर लापरवाही मिलीं। एक जगह कक्षा में छात्रा झाडू लगाती मिली तो एक स्कूल में शिक्षिका खुद गाइड से पढ़ा रहीं थीं। शिक्षामित्र फोन देख रहे थे तो सवा दो बजे तक बच्चों को फल भी नहीं बांटे गए थे। एक शिक्षिका ने जुलाई से बच्चों की कापी चेक नहीं की थी। बीएसए ने सभी इंचार्ज अध्यापक व शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बीएसए अफजलगढ़ ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय टांडा वैरागी पहुंचे तो एक छात्रा कक्षा में झाडू लगाती मिली और शिक्षामित्र फोन देख रहे थे। स्कूल में केवल 31 बच्चे पंजीकृत हैं। इंचार्ज अध्यापिका आशा ने बच्चों की कापी लंबे समय से चेक नहीं की थी। सवा दो बजे तक बच्चों को फल नहीं बांटे गए थे और कापी भी चेक नहीं की गई। बच्चे ऐसे ही स्कूल में घूम रहे थे। स्कूल में बच्चों का नामांकन बढ़ाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया था।
शिक्षक डायरी का प्रयोग भी नहीं किया जा रहा था। कंपोजिट विद्यालय आसफाबाद चमन में आठ शिक्षक, तीन शिक्षामित्र और दो अनुदेशक नियुक्त हैं और 265 बच्चे पंजीकृत हैं। निरीक्षण में पता चला कि इंचार्ज अध्यापक अनिल कुमार ने कक्षा छह, सात व आठ की गणित की कापी अब तक चेक ही नहीं की गई। सहायक अध्यापक नवनीत कुमार ने अंग्रेजी विषय की कापी 20 सितंबर, सहायक अध्यापिका पारूल द्वारा हिंदी की कापी आठ सितंबर, सहायक अध्यापिका मीनाक्षी द्वारा विज्ञान की कापी पांच जुलाई से चेक ही नहीं की गई है।
कक्षा पांच के बच्चे अंग्रेजी की पुस्तक के पहले पाठ का नाम नहीं बता पाए। सहायक अध्यापिका द्वारा बच्चों को गाइड से पढ़ाया जा रहा था। बच्चों का शैक्षिक स्तर न्यून मिला। बीएसए ने दोनों स्कूलों के सभी इंचार्ज व शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया है। |