जागरण संवाददाता, देहरादून। केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी में आयोजित दो दिवसीय 36वीं आंचलिक युवा संसद प्रतियोगिता में दिल्ली संभाग के डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त कर खिताब अपने नाम किया। जम्मू संभाग के केवि -2 अखनूर ने दूसरा स्थान और चंडीगढ़ संभाग के पीएमश्री केवि कपूरथला ने तीसरा स्थान हासिल किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मंगलवार को उत्तराखंडी लोकगीत फूलदेई की मनमोहक प्रस्तुति से कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत हुई, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद राजस्थान और बंगाल सहित विभिन्न प्रदेशों के लोकनृत्यों ने समारोह को रंगीन बना दिया।
मुख्य अतिथि केंद्रीय विद्यालय संगठन के संयुक्त आयुक्त (प्रशिक्षण) नागेंद्र गोयल ने कहा कि युवा संसद जैसी प्रतियोगिताएं छात्रों में नेतृत्व क्षमता, तर्कशक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूकता विकसित करती हैं। जब विद्यार्थी संसद की कार्यप्रणाली को समझते हैं, तो उनमें राष्ट्र निर्माण की दिशा में सार्थक योगदान देने की भावना मजबूत होती है।
गोयल ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं केवल वक्तृत्व नहीं, बल्कि विचारशीलता और अनुशासन का भी प्रशिक्षण देती हैं। संसदीय कार्य मंत्रालय के निदेशक एबी आचार्य ने कहा कि प्रतिभागियों ने जिस आत्मविश्वास और संसदीय मर्यादा के साथ अपने विचार रखे, वह देश के लोकतांत्रिक भविष्य की सकारात्मक झलक प्रस्तुत करता है।
उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे राष्ट्रहित से जुड़े मुद्दों पर सदैव संवेदनशील रहें और जनसेवा को अपने जीवन का उद्देश्य बनाएं। समापन सत्र में विजेता टीमों को सम्मानित किया गया। समापन केवि ओएनजीसी के प्राचार्य सुशील कुमार धीमान द्वारा आभार प्रस्ताव और राष्ट्रीय गान के साथ हुआ। |