प्रतीकात्मक तस्वीर।  
 
  
 
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को यातायात पुलिस अब तक एसएमएस के जरिये ही चालान भेजती थी, लेकिन अब वाहन मालिकों के मोबाइल के वाट्सएप पर भी चालान भेजेगी। यह बड़ा बदलाव इसलिए किया जा रहा है क्योंकि जुलाई तक 98 प्रतिशत चालान का जुर्माना नहीं भरा गया है। पुलिस अधिकारी को उम्मीद है कि वाट्सएप पर अलर्ट भेजने से लोग यातायात नियमों का अधिक ईमानदारी से पालन करेंगे और लंबित जुर्माने का भुगतान करने की कोशिश करेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि लंबित चालानों के ढेर लगने के कई कारण हैं, जिनमें एक सबसे बड़ा कारण यह है कि अधिकांश वाहन मालिकों को उनके ई-चालान की सूचना एसएमएस के जरिए नहीं मिल पाती है। चालान वाहन डाटाबेस पर लोड हो जाते हैं, और लोग तब तक अंजान रहते हैं जब तक कि वे अपने दस्तावेज नवीनीकृत करने या जुर्माना भरने के लिए पोर्टल पर जांच नहीं करते।  
 
जब लोगों के वाट्सएप पर अलर्ट आना शुरू हो जाएगा तब उनके लिए कोई बहाना नहीं होगा कि उन्हें कोई संदेश नहीं मिला। वाहन मालिकों में जागरूकता लाने के लिए यह निर्णय किया गया है ताकि वाहन मालिक समय पर चालान भुगत सके।  
 
वाट्सएप मैसेज आटो-जनरेटेड चालान के साथ आएगा, जिसमें यातायात नियमों के उल्लंघन से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी शामिल होगी। इनमें उल्लंघन के प्रकार, तारीख, समय, स्थान और जुर्माने की राशि के बारे में जानकारी होगी। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह मैसेज वाहन मालिक के वाट्सएप खाते के माध्यम से भुगतान करने का सीधा लिंक भी प्रदान करेगा।  
 
ट्रैफिक पुलिस के विशेष आयुक्त अजय चौधरी का कहना है कि हम सिस्टम को और अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक बनाना चाहते हैं। हम सभी वाहन मालिकों से अपील करते हैं कि वे अपनी सही आरसी (पंजीकरण प्रमाणपत्र) जानकारी अपडेट रखें ताकि उल्लंघन की सही जानकारी उन तक पहुंच सके।  
 
पुलिस अधिकारी का कहना है कि बेहतर संचार और जागरूकता से उल्लंघन के मामलों में कमी आएगी। \“\“टाइम ऑफ इंटरेस्ट\“\“ की प्रारंभिक रिपोर्ट बताती है कि इस साल जुलाई तक 98 प्रतिशत चालानों का भुगतान नहीं किया गया है। एक जनवरी से 31 जुलाई तक, कुल 24,30,306 चालान जारी किए गए।  
 
इनमें केवल 55,075 का ही भुगतान किया गया। आधिकारिक ट्रैफिक डाटा के अनुसार, गलत पार्किंग के 21 लाख से अधिक उल्लंघन और बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने के 4.2 लाख से अधिक उल्लंघन पाए गए। बिना लाइसेंस ड्राइविंग के लिए भी 2.53 लाख चालान जारी किए गए थे। ट्रैफिक अधिकारी वाट्सएप आधारित सिस्टम में इस कमी को दूर करने के लिए काम कर रहे हैं।  
 
केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1989 का नियम 167ए ई-चालान जारी करने की प्रक्रिया को रेखांकित करता है, जिसमें एसएमएस या ईमेल के माध्यम से इलेक्ट्रानिक रूप से नोटिस देना शामिल है। वाट्सएप पर सीधे सूचना मिलना शुरू हो जाएगा, इसलिए अधिकारियों को उम्मीद है कि लोग अधिक गंभीर रुख अपनाएंगे और तेजी से जुर्माने का भुगतान करेंगे।  
 
यह भी पढ़ें- AMU में पहली बार मनाई गई दीपावली, दीपों से \“जय श्री राम\“ लिखकर बांटी गई मिठाई |   
                
                                                    
                                                                
        
 
    
                                     
 
 
 |