बहराइच निवासी एनडीए कैडेट की पुणे में संदिग्ध मौत।
जागरण संवाददाता, बहराइच। रुपईडीहा इलाके के नरैनापुर सुमेरपुर निवासी एनडीए कैडेट अंतरिक्ष सिंह की पुणे के खड़कवासला में स्थित नेशनल डिफेंस एकेडमी में संदिग्ध मौत हो गई। कैडेट का शव कमरे में छत के कुंडे से लटका पाया गया था। स्वजन का आरोप है कि उसके सीनियर लगातार उसकी रैगिंग कर रहे थे। उन्होंने इसे सुनियोजित हत्या बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वहीं, मामले में कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश भी दिए गए हैं। रविवार को कैडेट का शव पैतृक गांव पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए आवास पर सांसद व विधायक समेत जनसैलाब उमड़ पड़ा।
सेना के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ आनर दिया। वहीं, बेटे की मौत पर पिता बदहवास हैं और मां रोते-रोते अचेत हो जा रही है। उनका मकान लखनऊ के मवइया चरणजीत भट्ठा के निकट एसजीपीजीआई रायबरेली रोड पर भी बताया गया है।
इलाके के नरैनापुर सुमेरपुर निवासी अंतरिक्ष सिंह पढ़ाई में तेज और मिलनसार थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा आर्मी स्कूल लखनऊ से हुई थी। उन्होंने हाईस्कूल में स्कूल टाप किया था। इंटर में 98 फीसदी अंक पाकर पुन: टापर बने थे। वह साहित्य के क्षेत्र में रूचि रखते थे और तीन पुस्तकें भी लिखी थी। भारत के लिए उड़ान भरने का उनका सपना था।
शायद यही कारण है कि उन्हाेंने एनडीए (नेशनल डिफेंस एकेडमी) की तैयारी की। और पहली बार में ही उन्होंने आल इंडिया में 154वीं रैंक हासिल किया था। उनका चयन एयर फोर्स में फ्लाइंग आफिसर पद के लिए किया गया था। दो जुलाई 2025 को वे महाराष्ट्र के पुणे में प्रशिक्षण के लिए गए हुए थे।
सैनिक स्कूल लखनऊ में पढ़ने वाले छोटे भाई अभिनव सिंह व मामा एपी सिंह ने आरोप लगाया कि प्रशिक्षण के दौरान सीनियर उन्हें रैगिंग कर परेशान करते थे। इसके चलते उन्होंने ऐसा कदम उठाया है। स्वजन ने आरोप लगाया कि आत्महत्या नहीं, यह सुनियोजित तरीके से हत्या है।
स्वजन ने बताया कि एनडीए के कमांडेंट वाइस एडमिरल गुरुचरण सिंह ने सच का पता लगाने के लिए कोर्ट आफ इन्क्वायरी के आदेश भी दिए हैं। चाचा रमन सिंह व शैलेंद्र सिंह की मानें तो अंतरिक्ष काफी मिलनसार था और वह दीपावली पर्व पर घर 18 अक्टूबर को घर आने वाला था, लेकिन क्या पता था कि उसके आने से पहले, मौत की खबर आएगी।
रविवार को जब अंतरिक्ष का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा तो उनके घर जनसैलाब उमड़ पड़ा। युवा कैडेट को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों का हुजूम शामिल हुआ। अयोध्या से आई सैन्य जवानों की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड आफ आनर की सलामी दी।
भाजपा सांसद डॉ. आनंद गोंड व नानपारा विधायक रामनिवास वर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर कैडेट को श्रद्धांजलि अर्पित की। मृतक के पिता रवि प्रताप सिंह भी गुवाहाटी में रक्षा सुरक्षा कोर में हवलदार के पद पर तैनात हैं। बेटे की मौत से वह बदहवास हैं। वहीं, मां सीमा सिंह सेंगर रोते-रोते अचेत हो जा रही हैं। |