स्कूलों में बच्चे सुरक्षित रहकर पाठशाला में पढ़ाई कर सकेंगे। (सांकेतिक तस्वीर)  
 
  
 
  
 
चेतना राठौर, नोएडा। स्कूलों में बच्चे सुरक्षित रहकर पाठशाला में पढ़ाई कर सकें। इसके लिए मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर में स्कूल की जर्जर इमारातों का सर्वे कराने का आदेश दिया था। सर्वे में गौतम बुद्ध नगर में 85 भवन जर्जर हालत में पाए गए थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
इन भवनों का मूल्यांकन और नीलामी करने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग को साैपी गई थी। इन इमारतों में विभाग महज 65 का ही मूल्यांकन कर पाया है। इनकी नीलामी प्रक्रिया तीन चरणों में पूरी की जा चुकी है। जबकि 20 जर्जर भवन निर्माण का राह देख रहे हैं।  
 
  
 
बता दें कि अगस्त में राजस्थान के स्कूल की इमारत गिरने की घटना में सात से अधिक छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद विभाग सक्रिय हुआ। जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी को जर्जर भवनों का मूल्यांकन और नीलामी कराकर जर्जर भवनों को ध्वस्त करने निर्देश दिए थे।  
 
लेकिन पीडब्ल्यूडी दो माह में 65 जर्जर इमारतों का ही मूल्यांकन कर पाया है। 20 इमारतों का मूल्यांकन करना बाकी है। इमारतों की नीलामी के बाद ध्वस्तीकरण किया जाएगा। स्कूलों के बच्चों को सुरक्षित पाठशाला इंतजार है। वहीं कई विद्यालयों में छात्राें को सुरक्षित पाठशाला का इंतजार है।  
 
  
 
  
 
नीलाम हुई इमारतों का ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई। अभी छात्रों को पाठशाला का और इंतजार करना होगा। शिक्षा विभाग को बजट पास कराने के लिए फरवरी में डिमांड भेजना होगी। इसके बाद ही बजट स्वीकृत किया जाएगा। इस लंबी प्रक्रिया की कारण भवनों का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि नवीन सत्र तक इमारतें बनने की कोई उम्मीद नजर नहीं आती है।  
 
  
 
  
नीलामी की प्रक्रिया   
 
मूल्यांकन के बाद भवन की सामग्री की नीलामी की जाएगी। इससे पुराने भवन के मलबे को हटाकर उसी स्थान पर नए भवनों का निर्माण किया जा सकेगा। मलबे से प्राप्त धन का उपयोग नई कक्षाओं के निर्माण में लगाया जाएगा। इन भवनों की नीलामी 2 से 4 लाख में की गई है।  
 
  
 
   
  
स्कूलों की नीलामी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जल्द ही नीलामी पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।  
  
  
  
  
  
-राहुल पंवार,बीएसए, गौतमबुद्ध नगर   |