सोनपुर मेले में लुभाती है व्‍यंजनों की खुशबू, जलेबी खाए बिना नहीं रह पाते लोग

LHC0088 2025-11-10 22:06:27 views 627
  

सोनपुर मेले में बिक रहे तरह-तरह के सामान। जागरण  



संवाद सूत्र, नयागांव (छपरा)। हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में जहां एक ओर आस्था, संस्कृति और लोक परंपरा का अद्भुत संगम दिखता है, तो दूसरी ओर लजीज व्यंजनों और पारंपरिक स्वाद के लिए भी प्रसिद्ध है।

मेले में कदम रखते ही लोगों को तरह-तरह के पकवानों की खुशबू अपनी ओर खींचती है। स्थानीय व्यंजन हों या दूर-दराज के इलाकों के खास पकवान, हर किसी के लिए कुछ न कुछ स्वादिष्ट जरूर मिल जाता है।

मेले में पहुंचे हाजीपुर के गदाई सराय निवासी रामप्रवेश शाह की दुकान पर जलेबी, विभिन्न प्रकार के मुरब्बे, खाजा, बालूशाही, और खजूर की मिठाई जैसी चीजें लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
व्‍यंजनाें का स्‍वाद लेने को लगती है भीड़

उन्होंने बताया कि सोनपुर मेला में लोग सिर्फ खरीदारी या मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि व्यंजनों का स्वाद लेने भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।

रामप्रवेश शाह कहते हैं कि मेले के दौरान सुबह से लेकर देर रात तक ग्राहकों की आवाजाही बनी रहती है। बच्चों को जहां जलेबी और मिठाई पसंद है, वहीं बुजुर्ग लोग मुरब्बे और देसी पकवानों का स्वाद लेते नजर आते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

मेले में लगे खाने-पीने के स्टॉल पर चाट, समोसा, लिट्टी-चोखा, खाजा, रसगुल्ला, और गुड़ से बनी मिठाइयां लोगों का मन मोह रही हैं। लोग इन व्यंजनों का स्वाद लेकर अपनी यादों में बसा रहे हैं।

सोनपुर मेला वाकई ऐसा उत्सव है जहां धर्म, संस्कृति और स्वाद का अद्भुत संगम दिखाई देता है। जहां गंगा-गंडक के संगम के साथ-साथ स्वाद की नदियां भी बहती हैं, जो हर आगंतुक के मन को मीठा अनुभव दे जाती हैं।
बांस से बनी सामग्री लुभा रही

मेलेन में कला, परंपरा और आत्मनिर्भरता का सुंदर संगम देखने को मिल रहा है। आर्ट एंड क्राफ्ट विलेज इन दिनों दर्शकों से गुलजार है।

टेबल लैंप, ट्रे, भगवान गणेश की प्रतिमा, बैग, डोलची, गुलदस्ता, और झूमर आदि लोगों को लुभा रही है। आर्ट एंड क्राफ्ट विलेज में राज्य के विभिन्न जिलों से आईं महिला उद्यमियों ने भी अपने हुनर से लोगों का दिल जीत लिया है।
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