धनबाद बाजार समिति को बंद कर बैठक करते व्यापारी और जनप्रतिनिधि। फोटो-जागरण
जागरण संवाददाता, धनबाद। बरवाअड्डा स्थित धनबाद कृषि बाजार समिति में रविवार की देर शाम तेल व्यापारी श्याम भीमसरिया पर हुए हमले और चार लाख रुपये से अधिक की लूट की घटना के विरोध में सोमवार को व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया। इस घटना ने पूरे कारोबारी समुदाय में आक्रोश फैला दिया है।
अपराधियों ने बाजार समिति परिसर में व्यापारी श्याम भीमसरिया पर पिस्टल के बट से हमला कर उन्हें घायल कर दिया और उनके पास से लाखों रुपये लूट लिए। घटना के दौरान बाजार में फायरिंग भी की गई, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
व्यापारियों ने इस घटना को गुंडाराज और बिगड़ती कानून व्यवस्था का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाओं से कारोबारियों में भय का माहौल है। यहां 417 थोक दुकानें हैं, जहां लगभग दो सौ छोटे-बड़े व्यापारी प्रतिदिन आठ से दस करोड़ रुपये का कारोबार करते हैं।
व्यापारी संगठनों ने मांग की है कि बाजार समिति में स्थायी टीओपी (थाना आउट पोस्ट) की स्थापना की जाए ताकि सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
बाजार समिति के अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल ने कहा कि गोलीबारी की यह घटना बेहद निंदनीय है और व्यापारी समाज इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि सोमवार को बाजार समिति पूरी तरह बंद रही और सभी दुकानदारों ने एकजुट होकर विरोध जताया।
व्यापारियों के आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, झरिया विधायक रागिनी सिंह, धनबाद जिला मारवाड़ी समाज के अध्यक्ष कृष्णा अग्रवाल और धनबाद जिला चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष चेतन गोयनका ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी नहीं हुई और सुरक्षा के ठोस उपाय नहीं किए गए, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |