बिहार विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने थामा प्रचार की कमान। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, गयाजी। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख करीब आती जा रही है, वैसे-वैसे चुनावी माहौल पूरी तरह गर्माता जा रहा है। गया शहरी विधानसभा क्षेत्र में प्रचार अभियान अब रफ्तार पकड़ चुका है।
हर गली-मोहल्ले, नुक्कड़ और चौराहे पर अब सिर्फ एक ही चर्चा है किसे दें वोट। हर दल के उम्मीदवार मतदाताओं को रिझाने के लिए अलग-अलग हथकंडे अपनाने में जुटे हैं। कोई अपने वादों की झड़ी लगा रहा है, तो कोई विकास के नाम पर वोट मांग रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घर-घर जाकर जनसंपर्क का दौर लगातार जारी है। इस चुनाव में महिलाओं की सक्रियता खास तौर पर देखने को मिल रही है। न केवल मतदाता के रूप में, बल्कि प्रचारक के रूप में भी महिलाएं पूरी तरह आगे हैं।
भाजपा, कांग्रेस, जनसुराज या अन्य दल सभी ने अपने प्रचार में महिलाओं को अहम जिम्मेदारी दी है। महिला कार्यकर्ता न केवल महिलाओं मतदाताओं तक पहुंच रही हैं, बल्कि पुरुषों से भी खुलकर संवाद कर रही हैं।
इस बार चुनाव में महिलाएं केवल दर्शक नहीं, बल्कि असली परिवर्तन की धुरी बन चुकी हैं। जनसुराज की महिला टोली जहां बदलाव की लहर की बात कर रही है, वहीं भाजपा की महिला कार्यकर्ता विकास और सुरक्षा के नारे पर लोगों से जुड़ रही है।
कांग्रेस की महिलाओं ने भी महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों में रखकर मतदाताओं को लुभाने की रणनीति अपनाई है। महिलाओं की टोली सुबह से ही शहर के विभिन्न मोहल्लों में निकल जाती है।
कोई साड़ी में तो कोई पार्टी के झंडे और बिल्ला लगाकर घर-घर जाकर लोगों से अपने उम्मीदवार के पक्ष में मतदान की अपील करती नजर आते हैं। |