राज्य ब्यूरो, लखनऊ। जल शक्ति मंत्रालय के राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 में मीरजापुर को उत्तर जोन में सर्वश्रेष्ठ जिला चुना गया है। आगरा नगर निगम को सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय श्रेणी में पश्चिम बंगाल के नबादींगता औद्योगिक टाउनशिप को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान मिला है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने मंगलवार को दिल्ली में विजेताओं की घोषणा की। पुरस्कार वितरण समारोह 18 नवंबर 2025 को विज्ञान भवन में होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कार्यक्रम की मुख्य अतिथि होंगी।
जल शक्ति विभाग के अनुसार मीरजापुर को भूजल स्तर में गिरावट और सूखे की स्थिति से निजात दिलाने के लिए 24 फरवरी 2024 से विशेष अभियान शुरू किया गया था। इसमें लोहंदी नदी का जीर्णोद्धार कराया गया। 15 किमी लंबी यह नदी बरकछा खुर्द (अटारी पुल) से निकलकर राजापुर में गंगा नदी से मिलती है।
नदी को पुनर्जीवित करने के लिए सिल्ट सफाई और उससे जुड़े नालों का जीर्णोद्धार किया गया। सूखा ग्रस्त क्षेत्रों में वर्षा जल संचयन के लिए अर्ध वृत्ताकार बांध बनाए गए। इससे 40 हेक्टेयर क्षेत्र में 14 लाख घनमीटर जल इकट्ठा किया गया। जल संरक्षण के लिए 196 तालाबों की सिल्ट सफाई की गई और 1,031 वर्षा जल संचयन प्रणाली बनाई गईं।
भूगर्भ जल विभाग ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान और राजकीय इंटर कालेज में बड़े वर्षा जल संचयन (रेन वाटर हार्वेस्टिंग) प्रणाली बनवाए। एक वर्ष में 3,894 हेक्टेयर में स्प्रिंकलर सिंचाई व्यवस्था की गई। इससे मीरजापुर के छह विकास खंडों में भूजल स्तर में औसतन एक मीटर की बढ़ोतरी हुई है।
लोहंदी नदी के किनारे चितपुर, गोपालपुर गांवों में भूजल स्तर 2.27 मीटर तक बढ़ा है। जिससे सूखे कुएं और बोरवेल में दोबारा पानी आ गया है।
वहीं आगरा नगर निगम ने जल संरक्षण के क्षेत्र में स्मार्ट सिटी माडल पेश किया है। यहां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से निकले पुनर्चक्रित जल का उपयोग पार्कों और औद्योगिक इकाइयों में किया जा रहा है। जल की बर्बादी को रोकने के लिए लीकेज ट्रैकिंग सिस्टम और स्मार्ट मीटरिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। हर घर नल योजना से पेयजल आपूर्ति में सुधार हुआ है। |