पश्चिम बंगाल में एसआइआर करते चुनाव आयोग के कर्मचारी।
जागरण संवाददाता, कुल्टी। पश्चिम बंगाल में Special Intensive Revision (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को लेकर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भाजपा आमने-सामने हैं। टीएमसी जहां इस प्रक्रिया का विरोध कर रही है, वहीं भाजपा इसे आवश्यक कदम बताते हुए समर्थन में उतर आई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसी बीच कुल्टी के भाजपा विधायक डा. अजय पोद्दार ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि जब तक एसआईआर नहीं होगा, तब तक बंगाल में विधानसभा चुनाव नहीं होंगे, चाहे दीदी (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) कितनी भी नौटंकी कर लें।
शुक्रवार देर शाम कुल्टी थाना के निकट भाजपा कार्यालय में एसआईआर को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विधायक डा. अजय पोद्दार ने की। इस दौरान उन्होंने मातृशक्ति और बूथ अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को यह समझना होगा कि एसआईआर फार्म कैसे भरा जाता है।
उन्होंने कहा कि जब बीएलओ (ब्लाक लेवल ऑफिसर) घर पर फॉर्म देने आए, तो पहले उनसे एक नमूना फॉर्म भरवाएं ताकि प्रक्रिया समझ में आए। विधायक ने कहा कि यदि बीएलओ फार्म भरते समय गलती करते हैं या जानबूझकर गलत जानकारी देते हैं, तो उनके खिलाफ शिकायत की जानी चाहिए।
दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है, जैसा कि बिहार में भी हुआ है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे घर-घर जाकर मतदाताओं की सहायता करें। विशेष रूप से मातृशक्ति को निर्देश दिया गया कि मृत मतदाताओं की जानकारी संबंधित अधिकारियों को दें और सभी मतदाता एक पासपोर्ट साइज फोटो तैयार रखें।
डा. पोद्दार ने कहा कि फार्म भरने के बाद भी सुधार का एक मौका मिलेगा, लेकिन एसआईआर की प्रक्रिया पूरी होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन को इस कार्य में पूरी ताकत से जुटना होगा ताकि हर पात्र नागरिक का नाम सही ढंग से दर्ज हो सके।
बैठक में पार्षद ललन मेहरा, मनमोहन राय, आदित्य नारायण शर्मा, सीटून चक्रवर्ती, समीर बागदी, अमित केसरी, महिला मोर्चा अध्यक्ष कल्पना राय, कुल्टी इंचार्ज उपासना उपाध्याय, युवराज भट्टाचार्य और संजय राय सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे। |