संतोषी माता तालाब में लगे गांजा के पौधे(
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। मप्र के सतना शहर में करोड़ों की लागत से बने एक मॉडल प्रोजेक्ट को लेकर अब प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। शहर के आकर्षक पर्यटन स्थल संतोषी माता तालाब, जिसे स्मार्ट सिटी योजना के तहत 8.18 करोड़ रुपये खर्च कर संवारा गया था, वहां इन दिनों गांजे के पौधे लहलहा रहे हैं। तालाब परिसर में उगे इन नशे के पौधों का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रबंधन की किरकिरी हो रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हैरानी की बात यह है कि कुछ ही दिन पहले छठ पूजा के अवसर पर इस तालाब परिसर में नगर निगम के अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे। आयोजन से पहले सफाई अभियान चलाया गया था और तालाब की सुंदरता की खूब तारीफ भी हुई थी। इसके बावजूद किसी की नजर तालाब में उगे गांजे के पौधों पर नहीं पड़ी।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि तालाब के आसपास कई दिनों से गांजे के बड़े पौधे दिखाई दे रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं। लोग तो तंज कसते हुए यहां तक कहने लगे हैं कि अगर \“फूंक\“ मारनी है तो तालाब चले जाओ, क्योंकि अब यह घूमने या पूजा के लिए नहीं, बल्कि नशे के अड्डे की तरह नजर आ रहा है।
एक ओर पुलिस प्रशासन ‘ऑपरेशन प्रहार 2.0’ के तहत जिलेभर में नशे के खिलाफ अभियान चला रहा है, वहीं दूसरी ओर शहर के बीचोंबीच स्थित इस सार्वजनिक स्थल पर गांजे का उगना प्रशासनिक लापरवाही की बड़ी मिसाल बन गया है। |