राज्य ब्यूरो, लखनऊ। अक्टूबर के त्योहारी सीजन में प्रदेश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के माध्यम से राज्य सरकार के खजाने में 9806 करोड़ रुपये पहुंचे हैं। यह धनराशि पिछले वर्ष अक्टूबर के मुकाबले दो प्रतिशत अधिक है।   
 
आंकड़े बता रहे हैं कि प्रदेश में उद्योग, व्यापारिक गतिविधियां और उपभोक्ता वस्तुओं की मांग बढ़ी है। अक्टूबर में दीपावली, नवरात्र और दशहरा जैसे त्योहारों के पड़ने से उपभोक्ताओं ने अधिक खरीदारी की। बढ़ी उत्पादन क्षमता ने राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का काम किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में अप्रैल से अक्टूबर तक की अवधि में राज्य ने जीएसटी संग्रह में बेहतर प्रदर्शन किया। अप्रैल से अक्टूबर के बीच पिछले वर्ष के मुकाबले चार प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इस बार अक्टूबर में जीएसटी रिफंड में 39.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो रही है। जो यह बता रहा है कि राज्य से निर्यात बढ़ रहा है।   
 
त्योहारों के दौरान उपभोक्ता वस्तुओं व सेवाओं की मांग में वृद्धि का सकारात्मक प्रभाव जीएसटी संग्रह पर पड़ा है। उद्योग जगत में उत्पादन और बिक्री में वृद्धि से जीएसटी संग्रह बढ़ा है। सरकार की विभिन्न आर्थिक योजनाएं और सुधारों ने कारोबारी माहौल को सुगम बनाया है, जिससे निवेश और व्यापार दोनों को लाभ हुआ है। उपभोग, निवेश और उत्पादन बढ़ने से रोजगार सृजन और विकास में मदद मिलेगी। |