हापुड़ में यूनिपोल विवाद गहरा गया है।  
 
  
 
जागरण संवाददाता, हापुड़। यूनिपोल विवाद बुधवार देर रात बढ़ गया। दिन में अवैध यूनिपोल पर लगे बैनर हटा दिए गए और तस्वीरें जिलाधिकारी (ईओ) और जिलाधिकारी (डीएम) को भेज दी गईं। रात करीब 10 बजे बैनर दोबारा लगा दिए गए। इससे हंगामा हुआ और पुलिस को सूचना दी गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
आरती इंटरप्राइजेज के संचालकों का आरोप है कि दूसरे पक्ष द्वारा उन्हें फंसाने के लिए बैनर लगाए जा रहे हैं। इससे मामला और बिगड़ रहा है। एक कंपनी के खिलाफ कार्रवाई और दूसरी के खिलाफ कार्रवाई में देरी ने नगर निगम की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।  
 
हाल ही में शहर के पुरानी दिल्ली हाईवे पर यूनिपोल लगाए गए थे। ये आरती इंटरप्राइजेज ने लगाए थे। आरती इंटरप्राइजेज ने नगर निगम को न्यायिक अधिकारी का आदेश सौंपा था, जिसमें आरती इंटरप्राइजेज को यूनिपोल लगाने का निर्देश दिया गया था। इस आदेश को दूसरी कंपनी ईशान इंजीनियर्स एंड बिल्डर्स ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। ईशान के निदेशकों का आरोप है कि एक न्यायिक अधिकारी किसी एक कंपनी को पीडब्ल्यूडी की सड़क पर यूनिपोल लगाने का आदेश नहीं दे सकता।  
 
इस बीच, आरती इंटरप्राइजेज के निदेशकों ने आरोप लगाया कि टेंडर गलत तरीके से ईशान इंजीनियर्स को दे दिया गया। उन्हें साढ़े तीन साल का टेंडर काफी कम दरों पर और बिना वार्षिक वेतन वृद्धि के जारी किया गया। यह एक जनप्रतिनिधि के मौखिक आदेश पर किया गया।  
 
दोनों कंपनियों ने जिलाधिकारी से भी शिकायत की, जिसके बाद जिलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक जांच में पता चला कि दोनों कंपनियों के टेंडर में मानकों का उल्लंघन किया गया था। दोनों कंपनियों ने नगर पालिका को लाखों रुपये का राजस्व नुकसान भी पहुंचाया।  
 
इसके बाद जिलाधिकारी ने नगर निगम को दोनों कंपनियों के यूनिपोल टेंडर रद्द करने के आदेश दिए। जिलाधिकारी संजय मिश्रा ने इसकी पुष्टि की। हालांकि, जांच के नाम पर ईशान इंजीनियर्स एंड बिल्डर्स का टेंडर बरकरार रखा गया है। आरती इंटरप्राइजेज को 15 दिन के भीतर यूनिपोल हटाने के आदेश दिए गए हैं।  
 
इस मामले में नगर पालिका की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। आरती इंटरप्राइजेज के प्रतिनिधि-निदेशक बिट्टू सिंह और इंद्रेश त्यागी ने बताया कि उन्होंने दिन में बैनर हटाए थे। रात में दूसरे पक्ष ने बैनर लगाने शुरू कर दिए। जब उन्होंने विरोध किया, तो उमेश कुमार ने उनके साथ बदसलूकी की।  
 
इसकी सूचना डायल-112 को दी गई। पुलिस ने बैनर लगाने से रोक दिया। उसी रात बिट्टू को सतीश चौधरी के नाम से गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई। उन्होंने एडीएम से फ़ोन पर शिकायत की। वह गुरुवार को डीएम और एसपी से भी शिकायत करेंगे। |