जागरण संवाददाता, मथुरा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर की व्यवस्थाएं देखने पहुंचे सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित उच्चाधिकार प्रबंधन समिति अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों से सेवायतों ने कहा कि या तो वीआइपी व्यवस्था बंद की जाए या फिर हमारे यजमानों को वीआइपी में शामिल किया जाए। इसके बाद शुक्रवार को सेवायतों के साथ बैठक में वार्ता तय की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
समिति अध्यक्ष ने पदाधिकारियों के साथ मंदिर की सफाई की और व्यवस्थाओं को देखा। गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे मंदिर के पट बंद होने के बाद समिति अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश अशोक कुमार की अगुवाई में डीएम सीपी सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार व अन्य पदाधिकारी पहुंचे।
सबसे पहले मंदिर के बंद पड़े एक कमरे व एक खुले कमरे में रखे बाक्स व अलमारियों की जानकारी ली। अध्यक्ष ने मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा से शुक्रवार तक मंदिर के बंद कमरों की लिखित रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इन कमरों को कब खुलवाया जाएगा, इसकी तिथि बाद में तय की जाएगी।
समिति सदस्यों ने इसी बीच मंदिर में चल रहे सफाई कार्य में हाथ बंटाया और खुद सफाई की। इसके बाद परिसर में ही मंदिर सेवायतों से मिले। समिति में शामिल चार सेवायतों के अलावा अन्य सेवायतों ने कहा कि मंदिर में दर्शन के लिए वीआइपी प्रोटोकाल की कैटेगरी तय की जाए। या तो सबको बंद कर दिया जाए या फिर हमारे यजमानों को भी वीआइपी कैटेगरी में शामिल किया जाए। सेवायतों ने गोस्वामियों के बैठने वाली मंदिर में एक कोठरी पर ताला डाले जाने पर विरोध भी जताया।
समिति अध्यक्ष अशोक कुमार ने सेवायतों से कहा कि वह वीआइपी के मुद्दे को लेकर शुक्रवार दोपहर 12 बजे समिति कार्यालय में बैठक होगी। वहीं सर्व सम्मति से हल निकाला जाएगा।
समिति पदाधिकारियों ने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को कतारबद्ध होकर दर्शन कराने के लिए रेलिंग व्यवस्था बनाने के लिए प्वाइंट भी देखे। इस दौरान समिति सदस्य दिनेश गोस्वामी ने मंदिर प्रांगण से लेकर चबूतरे तक बैरिकेडिंग करने का सुझाव भी दिया। |