एसडीआरएफ की टीम ने शवों को नदी से बाहर निकाला।  
 
  
 
जागरण संवाददाता, (बबुरी) चंदौली। छठ पूजा के अवसर पर नाव पर सवार होकर सेल्फी लेने के दौरान नाव पलट जाने से चंद्रप्रभा नदी में गिरकर लापता हुए पियूष और यश के शव बुधवार की सुबह नदी में उतराए मिले। शवों को देखकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। एसडीआरएफ की टीम ने शवों को नदी से बाहर निकाला। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
घटना के बाद से ग्रामीण और प्रशासन लगातार नदी में डूबे किशोरों की तलाश कर रहे थे। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने काफी खोजबीन की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण नदी के किनारे लापता किशोरों के बारे में जानने के लिए जुटे रहे।  
 
जैसे ही एसडीआरएफ ने शवों को बाहर निकाला, वहां मौजूद स्वजन बिलखने लगे। परिवार के लोगों का करूण क्रंदन देखकर सभी की आंखें नम हो गईं। स्थानीय पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर उन्हें शांत कराने का प्रयास किया।  
 
पियूष की मां नीतू और नाना पप्पू सोनकर रो-रोकर बेहाल हो गए, वहीं यश के पिता श्यामचरण बेसुध पड़े अपने इकलौते बेटे के शव को निहारते रहे। यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक गहरा सदमा बन गई है।  
 
पियूष और यश के साथ एक अन्य किशोर भी नाव में सवार था, जो इस घटना के समय लापता हो गया था। स्थानीय प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए खोजबीन का कार्य तेज कर दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि लापता किशोर की तलाश के लिए और अधिक संसाधन लगाए जाएं।  
 
इस दुखद घटना ने सभी को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि जल में सुरक्षा के नियमों का पालन कितना आवश्यक है। ऐसे हादसे न केवल परिवारों को बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करते हैं।  
 
इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में गहरी शोक की लहर है और सभी मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। प्रशासन ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। |