विमानों की टेकआफ व लौडिंग के लिए तैयार नोएडा एयरपोर्ट 3900 मीटर लंबा रनवे। जागरण
जागरण संवाददाता जेवर। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एयरोड्रोम लाइसेंस देने के लिए डीजीसीए एयरपोर्ट पर तीन दिन का फ्लाइट टेस्ट करा रहा है। बुधवार को मिनी एयर क्राफ्ट से रनवे के अलावा सभी नेविगेशन उपकरणों की गहनता से जांच की जाएगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सूत्रों ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ने जो जांचे पूरी की उनमें एयरपोर्ट के सभी उपकरण तय मानकों पर खरे उतरे हैं। बुधवार को जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट डीजीसीए को भेजी जाएगी। उम्मीद है कि 15 नवंबर से पहले एयरपोर्ट को एयरोड्रोम लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा, जिससे एयरपोर्ट के उद्घाटन के समय से ही व्यावसायिक संचालन संभव हो पाएगा।
नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण कार्य लगभग पूरा होने को है थोड़े बहुत काम बचे हैं, जिन्हे 15 नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। काम पूरे होने के साथ ही प्रधानमंत्री के हाथों बड़ी जनसभा करते हुए एयरपोर्ट के उद्घाटन की तैयारी है।
हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते हुए तय समय में गुणवत्तापूर्ण कार्य पूरा करने के सख्त निर्देश दिए थे। सोमवार से डीजीसीए ने एयरपोर्ट को एयरोड्रम लाइसेंस जारी करने के लिए फ्लाइट टेस्ट भी शुरू कर दिया है।
दोनों दिन टेस्ट कर रही टीम ने एयरपोर्ट पर लगे नेविगेशन और संचार उपकरणों के अलावा यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं की जांच की है। बताया जा रहा है कि अभी तक की जांच में एयरपोर्ट पर किसी तरह की खामी नहीं मिली है बुधवार को मिनी एयर क्राफ्ट से टेस्टिंग कराई जाएगी टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद नागर विमानन निदेशालय (डीजीसीए) लाइसेंस जारी करेगा। |