शामली के सरकारी अस्पताल में डा. दीपक चौधरी के आवास पर कोतवाली प्रभारी सचिन शर्मा से बातचीत करते राकेश टिकैत। जागरण  
 
  
 
जागरण संवाददाता, शामली। सीएचसी अधीक्षक के सरकारी आवास से साढ़े पांच लाख रुपये की नगदी और जरूरी फाइल चोरी हो गई। पुलिस ने सीएचसी अधीक्षक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया था, लेकिन रुपयों का हिसाब मांगने पर वह नाराज हो गए थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
    
 
उधर, सूचना पर सीएचसी अधीक्षक के ससुर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी पहुंचे थे और उन्होंने थाना प्रभारी से जल्द राजफाश की बात कही। पुलिस की तीन टीमों का गठन किया गया है। 
शामली कोतवाली से करीब सौ मीटर दूर शामली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है, जहां डा. दीपक चौधरी चिकित्सा अधीक्षक हैं। वह सीएचसी परिसर में ही बने सरकारी आवास में परिवार के साथ रहते हैं। रविवार रात वह परिवार के साथ बुढ़ाना क्षेत्र के अपने गांव माजरा गए थे।  
मंगलवार देर शाम जब वह सरकारी आवास पहुंचे तो सामान बिखरा पड़ा था। उनकी सूचना पर कोतवाली पुलिस, एएसपी संतोष कुमार सिंह, सीओ सिटी अमरदीप मौर्य मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने भी जांच की थी। डा. दीपक की तहरीर पर पुलिस ने देर रात मुकदमा दर्ज कर लिया था।  
इस दौरान सीएचसी के ही दो कर्मचारियों पर आरोप भी लगा था, जिस पर पुलिस ने दोनों को थाने बुलाकर पूछताछ की थी। हालांकि बाद में उनको छोड़ दिया था।  
बुधवार सुबह डा. दीपक फिर से कोतवाली पहुंचे और साढ़े पांच लाख रुपये की नगदी, कुछ सरकारी और निजी फाइल चोरी होने की जानकारी पुलिस को दी। डा. दीपक के अनुसार पुलिस ने उनसे रुपयों का हिसाब मांगा, जिससे वह नाराज होकर कोतवाली में ही कुर्सी पर बैठ गए थे।  
इस बीच उन्होंने पुलिस पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का भी आरोप लगाया। भाकियू नेता कुलदीप पंवार भी मौके पर पहुंचे और डा. दीपक को अपने साथ ले गए। कुछ देर बाद राकेश टिकैत सीएचसी में डा. दीपक के आवास पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। थाना प्रभारी सचिन शर्मा भी मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी ने बताया कि राजफाश के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। |