स्टीव स्मिथ  
 
  
 
प्रेट्र, सिडनी। टेस्ट क्रिकेट पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित करने से स्टीव स्मिथ पूरे सत्र में तरोताजा बने रहे हैं, जबकि कुछ वर्ष पहले वह तीनों प्रारूपों में समान जुनून से खेलने के बाद पूरी तरह से थक जाते थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
वनडे प्रारूप से संन्यास ले चुके स्मिथ ने तरोताजा होने के लिए ब्रेक लिया था और अब वह 21 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाले पहले एशेज टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करेंगे, जबकि नियमित कप्तान पैट कमिंस अब भी पीठ के निचले हिस्से की चोट से उबर रहे हैं।  
 
यह 36 वर्षीय बल्लेबाज अब ऑस्ट्रेलियाई सर्दियों के दौरान न्यूयॉर्क में रहता है और अगस्त के बाद से उन्होंने बल्ला नहीं उठाया है। स्मिथ ने अपने पहले ट्रेनिंग सत्र के बाद कहा कि मैं मानसिक रूप से पहले से कहीं अधिक जल्दी थक जाता हूं।  
पहले जैसा प्रदर्शन नहीं कर पाता  
 
उन्होंने कहा कि पहले मुझे वापसी करके हर संभव मैच खेलना बहुत पसंद था। अब जाहिर है कि टेस्ट क्रिकेट मेरे लिए बड़ी प्राथमिकता बन गया है।  
 
स्मिथ ने कहा कि मुझे पता है कि जब मैं शुरुआत में बहुत अधिक खेलता हूं तो गर्मियों के अंत तक मैं मानसिक रूप से काफी थक जाता हूं और शायद पहले जैसा प्रदर्शन नहीं कर पाता।  
अधिक क्रिकेट नहीं खेला  
 
अपनी ऊर्जा बचाने और प्रारूपों को प्राथमिकता देने का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है जैसा कि स्मिथ ने पिछले सत्र में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दो शतक लगाने के बाद महसूस किया।  
 
स्मिथ ने कहा कि पिछले साल मैं शायद गर्मियों के आखिर में भारत के विरुद्ध अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी कर रहा था क्योंकि शुरुआत में मैंने अधिक क्रिकेट नहीं खेला था। सच कहूं तो दो शॉट खेलने के बाद ही मैं लय में आ जाता हूं। मुझे लगता है कि अब मैं खेलने के लिए तैयार हूं।  
 
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