दरभंगा एयरपोर्ट। जागरण आर्काइव   
 
  
 
संवाद सहयोगी, दरभंगा । दरभंगा एयरपोर्ट के लिए डीजीसीए (डायरेक्टर जनरल आफ सिविल एविएशन) की ओर से नए विंटर शेड्यूल की सूची जारी की है। इसमें सप्ताह में पांच दिन 16 जोड़ी उड़ानें रहेंगी। यह 26 अक्टूबर से प्रभावी होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
एयरपोर्ट डायरेक्टर नावेद नजीम ने शेड्यूल जारी होने की पुष्टि की है। हालांकि विमानन कंपनियों ने नए शेड्यूल के मुताबिक अब तक टिकट की बुकिंग शुरू नहीं की है।नए शेड्यूल के अनुसार, दरभंगा एयरपोर्ट से सप्ताह में पांच दिन अथवा सोमवार से शुक्रवार तक रोजाना 16 जोड़ी विमान विभिन्न शहरों के लिए उड़ान भरेंगे। शनिवार को 14 जोड़ी उड़ान रहेगी। रविवार के लिए 15 जोड़ी उड़ान के लिए विभिन्न एयरलाइंस कंपनियों ने स्लाट बुक किया है। जिसमें अकासा एयरलाइंस ने दरभंगा से गाजियाबाद रूट पर नया स्लाट लिया है।  
 
अकासा के नए रूट पर स्लाट लेने से दरभंगा और उत्तरप्रदेश के बीच हवाई संपर्कता मजबूत होगी। दरभंगा और दिल्ली के बीच अकासा एयरलाइंस ने सप्ताह में कुल छह जोड़ी उड़ान की स्लाट बुक कराई है। इंडिगो की सात,स्पाइसजेट की 14 और एयर इंडिया एक्सप्रेस की 12 जोड़ी उड़ान हैं। बेंगलुरु के लिए अकासा की पांच और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने सात जोड़ी का स्लाट लिया है। दरभंगा और मुंबई के बीच अकासा की 12 जोड़ी,इंडिगो और स्पाइसजेट की सात सात जोड़ी उड़ान का स्लाट मिला है। कोलकाता और हैदराबाद के बीच इंडिगो ने सात सात जोड़ी उड़ान के लिए स्लाट लिए हैं। सबसे अधिक उड़ान दरभंगा और दिल्ली हवाई मार्ग के बीच है।  
 
दरभंगा से दिल्ली और बेंगलुरु के लिए एयर इंडिया को नया स्लाट  
 
 
जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया एक्सप्रेस को दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली और बेंगलुरु के बीच सीधी उड़ान सेवा के लिए तीन नया स्लाट बुक किया है। विंटर शेड्यूल के लागू होने के बाद यह उड़ानें शुरू कर दी जाएंगी। एयरपोर्ट अथारिटी के अनुसार यात्रियों की बढ़ती भीड़ और उड़ान के मद्देनजर यात्री सुविधा, टर्मिनल भवन ,पार्किंग सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य सभी आवश्यक चीजें सुचारू की जा रही हैं।  
 
गौरतलब हो दरभंगा एयरपोर्ट की शुरुआत आठ नवंबर 2020 को उड़ान योजना के तहत हुई। अभी यहां से विमान के परिचालन के लिए वाच आवर सुबह नौ शाम के पांच बजे तक यानी आठ घंटे का है। शाम पांच बजे के बाद यहां से रात्रि उड़ान के लिए विमानों को अनुमति नहीं है। साथ ही फिलहाल यहां रनवे पर दो विमानों की पार्किंग की जगह है। एक ही समय पर आगे पीछे कर दो से अधिक विमान पहुंचने पर फ्लाइट को आसमान में चक्कर लगाने होंगे। इसके लिए सबसे पहले दरभंगा एयरपोर्ट से वाच आवर और नाइट लैंडिंग शुरू होना जरूरी है। |