आठ अक्टूबर को बिजली की मांग कम होने के कारण ये इकाईयां बंद कर दी गई थीं।  
 
  
 
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र)। धनतेरस और दीपावली के अवसर पर उत्तर प्रदेश में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए प्रबंधन ने हाल ही में बंद की गई कुछ इकाईयों से उत्पादन पुनः प्रारंभ कर दिया है। यह निर्णय तब लिया गया जब राज्य में बिजली की मांग में मामूली वृद्धि हुई। पिछले सात और आठ अक्टूबर को बिजली की मांग कम होने के कारण ये इकाईयां बंद कर दी गई थीं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
बीते शुक्रवार को जब यूपी में बिजली की मांग में थोड़ी बढ़त हुई, तो बिजली प्रबंधन ने बंद की गई इकाईयों से उत्पादन शुरू करने का निर्णय लिया। इस दौरान हरदुआगंज थर्मल परियोजना की 660 मेगावाट वाली दसवीं इकाई और परीक्षा थर्मल परियोजना की इकाई संख्या पांच और छह से 17 अक्टूबर की शाम को उत्पादन प्रारंभ कर दिया गया। इन इकाईयों से उत्पादन शुरू होने के बाद, बिजली प्रबंधन को मांग के अनुसार बिजली आपूर्ति करने में काफी सहूलियत हुई।  
 
बिजली प्रबंधन का मानना है कि आने वाले एक से दो दिनों में यूपी में बिजली की मांग में और भी वृद्धि हो सकती है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सरकारी और आईपीपी क्षेत्र की अन्य बंद इकाईयों से भी उत्पादन पुनः प्रारंभ करने की योजना बनाई जा रही है, ताकि मांग के अनुसार बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।  
 
त्योहारी सीजन को देखते हुए, उत्पादन निगम के एमडी डा. रुपेश कुमार ने राज्य की कई बिजली परियोजनाओं का दौरा किया और अधिकारियों को उत्पादन बढ़ाने के लिए तैयार रहने की हिदायत दी है। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अचानक बिजली की मांग बढ़ने पर स्थिति नियंत्रण में रहे और आवश्यकतानुसार बिजली की आपूर्ति की जा सके।  
 
इस प्रकार, त्योहारी सीजन के दौरान बिजली की मांग को पूरा करने के लिए प्रबंधन ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। प्रबंधन का यह प्रयास न केवल उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगा, बल्कि त्यौहारों के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा से भी बचाएगा।  
 
इस समय, जब पूरे प्रदेश में दीपावली जैसे बड़े त्यौहार की तैयारी चल रही है, ऐसे में बिजली की निर्बाध आपूर्ति अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रबंधन की ओर से उठाए गए कदमों से यह स्पष्ट होता है कि वे उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को प्राथमिकता दे रहे हैं और किसी भी प्रकार की समस्या से निपटने के लिए तत्पर हैं।  
 
इस प्रकार, हरदुआगंज और परीक्षा की इकाईयों से उत्पादन शुरू करने का निर्णय एक सकारात्मक कदम है, जो न केवल बिजली की मांग को पूरा करेगा, बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी राहत का कारण बनेगा। उत्तर प्रदेश में बिजली प्रबंधन ने त्योहारी सीजन के मद्देनजर अपनी तैयारियों को मजबूत किया है, जिससे उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सकेगी। |