अमेरिका ने वेनेजुएला के शिप पर हमला किया है। (फाइल फोटो- रॉयटर्स)  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिकी सेना ने कैरिबियाई सागर में एक संदिग्ध ड्रग तस्करी वाली नाव हमला किया है। अमेरिकी सेना द्वारा यह हमला ड्रग तस्करी के शक में किया गया है। इस हमले में नाव में सवार लोग तो बच गए, लेकिन शिप पूरी तरह ध्वस्त हो गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
अमेरिकी सेना ने गुरुवार को कैरिबियन सागर में एक संदिग्ध ड्रग जहाज पर हमला किया। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, उनकी सेना ने ऐसा पहला हमला किया है, जिसमें चालक दल के कुछ लोग जीवित बचे हैं। वहीं, इस हमले को लेकर ट्रंप प्रशासन का कहना है कि अमेरिका पहले से ही वेनेजुएला के मादक पदार्थ आतंकवादी समूहों के साथ युद्ध में लगा हुआ है, जिससे ये हमले वैध हो जाते हैं।  
क्या जीवित बचे लोगों की सेना ने की मदद?  
 
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारी ने अपनी पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि इस अमेरिकी हमले की जानकारी सीमित है। जिसकी पहले रिपोर्ट नहीं की गई थी। लेकिन इस हमले के बाद से अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या अमेरिकी सेना ने जीवित बचे लोगों की मदद की या वे अब अमेरिकी हिरासत में हैं। पेंटागन, जिसने हमलों में जिन लोगों को निशाना बनाया है, उसने इस हमले को लेकर किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की है।  
क्या ये कार्रवाईयां सही है?  
 
गुरुवार को हुए इस हमले से पहले वेनेजुएला के तट पर संदिग्ध ड्रग जहाज पर अमेरिकी सैन्य हमले में कम से कम 27 लोग मारे गए थे, जिससे कुछ कानूनी विशेषज्ञों और डेमोक्रेटिक सांसदों में चिंता बढ़ गई है। सांसदों ने सवाल उठाए थे कि क्या ये कार्रवाइयां युद्ध कानूनों के अनुरूप है। अमेरिकी रक्षा विभाग ने इस हमले में मारे गए लोगों को ‘नार्को-टेररिस्ट’बताया था।  
 
यह हमले कैरिबियन में अमेरिकी सैन्य जमावड़े की पृष्ठभूमि में हो रहे हैं, जिसमें निर्देशित मिसाइल विध्वंसक, F-35 लड़ाकू विमान, एक परमाणु पनडुब्बी और लगभग 6,500 सैनिक शामिल हैं, जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प वेनेज़ुएला सरकार के साथ गतिरोध बढ़ा रहे हैं।  
वेनेजुएला के अंदर गुप्त अभियान चला रहें ट्रंप  
 
बुधवार को, ट्रम्प ने खुलासा किया कि उन्होंने केंद्रीय खुफिया एजेंसी को वेनेजुएला के अंदर गुप्त अभियान चलाने के लिए अधिकृत किया है, जिससे कराकस में यह अटकलें और तेज हो गईं कि संयुक्त राज्य अमेरिका वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को अपदस्थ करने का प्रयास कर रहा है। (समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)  
 
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