विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह।  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने गुरुवार को गुटनिरपेक्ष (नाम) के सदस्य देशों से आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की अपील की। भारत ने कहा कि जो भी इसको प्रायोजित करता है, समर्थन करता है, न्यायोचित ठहराता है या इस पर पर्दा डालने का काम करता है, आतंकवाद उलटा उसे ही नुकसान पहुंचाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
यहां नाम की 19वीं मध्यावधि मंत्रिस्तरीय बैठक में भारत की ओर से विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक साझा खतरा है, जिसका समाधान केवल गहन अंतरराष्ट्रीय सहयोग से ही किया जा सकता है। कीर्ति वर्धन ने कहा, \“भारत दशकों से सीमा पार बर्बर आतंकी हमलों से पीडि़त है। इसका हालिया उदाहरण पहलगाम आतंकी हमला है, जहां 22 अप्रैल को निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी गई थी।\“  
हर सदस्य देश आतंकवाद से उत्पन्न चुनौतियों से वाकिफ  
 
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन से जुड़ा लगभग हर सदस्य देश आतंकवाद से उत्पन्न चुनौतियों से वाकिफ है और वे इसका मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हालांकि दुर्भाग्यवश हमारा एक सदस्य देश है, जो इस देश के कृत्यों का बचाव करना है। उन्होंने यह बात पाकिस्तान के सदाबहार मित्र चीन के संदर्भ में कही।  
गुटनिरपेक्ष आंदोलन आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करे  
 
विदेश राज्य मंत्री ने कहा, \“यह आवश्यक है कि गुटनिरपेक्ष आंदोलन आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करे। आतंकवाद को किसी भी तरह प्रायोजित करना, समर्थन करना, न्यायोचित ठहराना या इस पर पर्दा डालना, उलटे यह उन लोगों को नुकसान पहुंचाएगा, जो ऐसा करते हैं।\“ उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर यह बात कही।  
 
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)  
 
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