झूठी शिकायत करने वाले होंगे ब्लैकलिस्ट। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, भोपाल। तहसील, जिला और संभाग स्तर पर जब किसी समस्या का निराकरण नहीं होता है तो फिर प्रभावित व्यक्ति सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराता है। मुख्यमंत्री कार्यालय इसकी नियमित निगरानी करता है और समाधान आनलाइन में लंबित मामलों की सुनवाई मुख्यमंत्री करते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
समीक्षा में यह बात सामने आई कि कई जिलों में झूठी शिकायतें होती हैं। एक ही शिकायतकर्ता बार-बार शिकायत करता हैं, ऐसे लोगों को चिह्नित करने के लिए कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं ताकि व्यवस्था का दुरुपयोग न हो।
झूठी शिकायत करने वाले होंगे ब्लैकलिस्ट
प्रदेश में यदि किसी को सरकारी योजना का लाभ पात्रता होने के बाद भी नहीं मिल रहा है या फिर जन सुविधा में समस्या आ रही है तो इसका निराकरण अव्वल तो जिला स्तर पर हो जाना चाहिए। समाधान न होने पर सीएम हेल्पलाइन का एक मंच दिया गया है। इस पर अभी तक 3.42 करोड़ से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 3.36 का निराकरण किया जा चुका है। जनप्रतिनिधि से लेकर विभाग तक यह बात विभिन्न बैठकों में उठा चुके हैं कि कई बार शिकायत परेशान करने के लिए की जाती हैं।
कलेक्टरों को दिए गए पहचान के निर्देश
कई मामलों में एक ही व्यक्ति बार-बार शिकायत करता है। चूंकि, प्रविधान शिकायतकर्ता की संतुष्टि पर शिकायत को बंद करने का है, इसलिए परेशानी होती है। इसे देखते हुए सीएम हेल्पलाइन के संचालक संदीप अष्ठाना ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर ऐसे शिकायतकर्ताओं को चिह्नित करने के लिए कहा है जो झूठी और आदतन शिकायत करते हैं। इनके द्वारा की गई शिकायतों की संख्या, मोबाइल नंबर आदि की जानकारी मांगी गई है। ताकि इनकी पड़ताल कराकर इन्हें काली सूची में डाला जा सके। |