cy520520                                        • 2025-10-14 00:38:25                                                                                        •                views 682                    
                                                                    
  
                                
 
  
 
    
 
दिल्ली टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज के पलटवार के बाद भी जीत के करीब टीम इंडिया  
 
  
 
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट वो खेल है जहां हर दिन, हर समय और हर पल कुछ नया घटित होने की संभावना होती है। हर गेंद के साथ इस खेल की अनिश्चित्ताएं जन्म लेती हैं। इस बात की बानगी दिल्ली के अरुण जटेली स्टेडियम में फिर देखने को मिली। जब लग रहा था कि वेस्टइंडीज के कंधे झुक गए हैं और टीम इंडिया एक और मैच पारी से जीतने के बाद अपनी सीना चौड़ा करने को तैयार तभी मेहमान टीम ने पलटवार कर दिया। हालांकि, मेजबान टीम चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद अभी भी जीत की दावेदार है, लेकिन उस रुतबे से नहीं जैसे पहले थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
बात शुरू होती है तीसरे दिन है। भारत द्वारा पहली पारी में बनाए गए 518 रनों के जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 248 रनों पर ढेर हो गई। भारत के पास 270 रनों की बढ़त थी और लग रहा था कि वह ज्यादा से ज्यादा चौथे दिन पहले सेशन तक जीत हासिल कर लेगी। तभी जॉन कैम्पबेल और शै होप ने पैर जमाते हुए शतक जमाए और वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 390 रन बनाते हुए भारत को 121 रनों का टारगेट दिया।  
 
चौथे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने एक विकेट खोकर 63 रन बना लिए हैं। केएल राहुल 25 और साई सुदर्शन 30 रन बनाकर खेल रहे हैं। भारत जीत से 58 रन दूर है। उसके पास ये रन बनाने के लिए मंगलवार का दिन है जो मैच का आखिरी दिन भी है।   
कैम्पबेल और होप ने किया परेशान  
 
वेस्टइंडीज ने तीसरे दिन का अंत दो विकेट के नुकसान पर 173 रनों के साथ किया था। कैम्पबेल 87 और होप 66 रन बनाकर लौटे थे। दोनों ने चौथे दिन भारत को परेशान करना जारी रखा और शतक जमाए। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 177 रन जोड़े जो टेस्ट में विंडीज के लिए इस विकेट के लिए तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। 212 के कुल स्कोर पर जडेजा ने कैम्पबेल को आउट कर भारत को राहत दी। होप ने फिर तेविन इमलाच (12) के साथ पारी को संभाला और स्कोर 270 तक पहुंचा दिया। इस बीच उन्होंने अपना शतक पूरा किया। मोहम्मद सिराज की गेंद पर वह बोल्ड हो गए।  
 
कैम्पबेल ने 199 गेंदों का सामना कर 12 चौके और तीन छक्कों की मदद से 115 रन बनाए। होप ने 214 गेंदों को सामना कर 12 चौके और दो छक्कों के दम पर 103 रनों की पारी खेली।  
ग्रीव्स ने जमाया अर्धशतक  
 
होप के जाने के बाद लगा कि भारत अब जल्दी विंडीज को आउट कर देगा। लेकिन तभी जस्टिन ग्रीव्स ने विकेट पर पैर जमा लिए। खारी पिएर बिना खाता खोले आउट हो गए। जोमेल वारिकेन भी तीन रन ही बना सके। एंडरसन फिलिप दो रन ही बना पाए। ग्रीव्स को साथ मिला तो जेडन सील्स का जिन्होंने 32 रनों की पारी खेली और ग्रीव्स के साथ मिलकर 79 रनों की पार्टनरशिप की। ग्रीव्स ने 85 गेंदों का सामना कर तीन चौकों की मदद से नाबाद 50 रन बनाए। सील्स ने 67 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के के दम पर 32 रन बनाए। बुमराह ने सील्स को आउट कर विंडीज की पारी खत्म की।  
यशस्वी हुए फेल  
 
भारत को 121 रनों का टारगेट मिला था। पहली पारी में शतक जमाने वाले यशस्वी जायसवाल शुरू से आक्रामक थे और इसी कारण वह अपना विकेट जल्दी खो बैठे। उन्होंने वारिकेन की गेंद पर बड़ा शॉट मारना चाहा लेकिन लॉन्ग ऑन पर फिलिप के हाथों लपके गए। वह आठ रन ही बना सके। यहां से फिर राहुल और सुदर्शन ने दिन का खेल खत्म होने तक कोई और झटका नहीं लगने दिया।   
 
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